नई दिल्ली। राज्यसभा में शीतकालीन सत्र की कार्यवाही नौ सरकारी विधेयकों को पारित करने के बाद शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई लेकिन विपक्ष के कड़े विरोध के कारण तीन तलाक से संबंधित विधेयक लटक गया।
लोकसभा ने तीन तलाक विधेयक को पारित कर दिया था। राज्यसभा में इसे पेश किया गया लेकिन विपक्ष इसे
प्रवर समिति के पास भेजे जाने की मांग पर अड़ गया जिस पर सरकार सहमत नहीं हुई जिससे यह विधेयक लटक गया। पंद्रह दिसंबर से शुरू हुए शीतकालीन सत्र में कुल 13 बैठकें हुईं और नौ सरकारी विधेयक पारित हुए।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर गुजरात चुनाव में प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लगाए गए आरोप, केन्द्रीय कौशल विकास राज्य मंत्री अनंत कुमार हेगड़े के संविधान विरोधी बयान, तीन तलाक एवं पुणे में हिंसा के मुद्दे पर जबरदस्त हंगामे के कारण कई बार सदन की कार्यवाही बाधित हुई और इस तरह 34 घंटे का समय बर्बाद हो गया। (वार्ता)