देहरादून। गढ़वाल से भाजपा सांसद तीरथ सिंह रावत ने बुधवार को राजभवन में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। राज्यपाल बेबी रानी मोर्य ने आज शाम 4 बजे तीरथ सिंह को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई।
उन्हें आज सुबह ही विधायक दल का नेता चुना गया था। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने विधायक दल की बैठक के बाद तीरथ सिंह रावत के नाम की घोषणा की।
विधायक दल की बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह और प्रदेश पार्टी प्रभारी दुष्यंत गौतम भी उपस्थित थे। त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मंगलवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
गढ़वाल के कलगीखल विकासखंड के सीरों में नौ अप्रैल 1964 को जन्मे तीरथ सिंह रावत छात्र जीवन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए थे। वह हेमवती नंदन बहुगुना गढ़वाल विश्वविद्यालय के छात्र संघ के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
रावत वर्ष 2012 से 2017 के बीच उत्तराखंड विधानसभा के सदस्य भी रहे हैं। उन्होंने विधानसभा में चौबट्टाखाल क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। वह प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष भी रहे हैं।
उन्होंने उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई थी। राज्य के गठन के बाद वह यहां की पहली सरकार में शिक्षा मंत्री भी रहे।
रावत को मुख्यमंत्री बनाए जाने का भाजपा नेतृत्व को फैसला चौंकाने वाला रहा। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में धन सिंह रावत, केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, सांसद अजय भट्ट और अनिल बलूनी के नामों की चर्चा थी।