TMC MP Derek OBrien taunts Jagdeep Dhankhar: तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद डेरेक ओब्रायन ने तंज करते हुए कहा कि उच्च सदन में जितनी देर कामकाज होता है, उसका लगभग 30 प्रतिशत समय तो सभापति जगदीप धनखड़ के बोलने पर खर्च होता है। उन्होंने कहा कि 18 दिसंबर तक राज्यसभा कुल 43 घंटे चली। इसमें से विधेयकों पर चर्चा में 10 घंटे खर्च हुए और संविधान पर बहस में 17 घंटे 30 मिनट का समय लगा। शेष साढ़े 15 घंटे में से साढ़े 4 घंटे कौन बोला?
राज्यसभा में 43 घंटे काम हुआ : सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि सदन में 40.03 प्रतिशत ही कामकाज हो सका। उन्होंने कहा कि सदन में कुल 43.27 घंटे ही प्रभावी कार्यवाही हुई जिसमें दो विधेयक पारित किए गए और भारत-चीन संबंधों पर विदेश मंत्री का बयान हुआ। इसके बाद धनखड़ ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी। सभापति ने कहा कि राज्यसभा के 266वें सत्र की शुरुआत संसद के केंद्रीय कक्ष में संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम से हुई, लेकिन सदन में सदस्यों का जो व्यवहार देखने को मिला, वह अलग ही कहानी बयां करता है।
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केवल अराजकता : धनखड़ ने कहा कि उन्होंने नेता सदन जेपी नड्डा, नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सहित अन्य नेताओं से अपने कक्ष में चर्चा की और उनकी सलाह पर सदन को अनिश्चिकाल के लिए स्थगित करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि जहां तर्कसंगत संवाद होना चाहिए, हम केवल अराजकता देखते हैं। मैं हर सदस्य से, चाहे वह किसी भी पार्टी के हों, अपनी अंतरात्मा को टटोलने का आग्रह करता हूं। सभापति ने कहा कि हमारे लोकतंत्र के नागरिक इस तमाशे से बेहतर के हकदार हैं।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala