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रेल रोको आंदोलन : पटरियों पर बैठे किसान, पंजाब, हरियाणा, उप्र, राजस्थान में ट्रेन सेवाएं बाधित

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, सोमवार, 18 अक्टूबर 2021 (21:54 IST)
नई दिल्ली/चंडीगढ़/जयपुर। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के 6 घंटे के 'रेल रोको आंदोलन' के दौरान किसान सोमवार सुबह कई स्थानों पर पटरियों पर बैठ गए जिससे पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में ट्रेन यातायात बाधित हो गया।

प्रदर्शन का उत्तर रेलवे जोन में 150 स्थानों पर असर पड़ा और 60 ट्रेनों की आवाजाही बाधित हुई जिससे यात्रियों को असुविधा हुई और उन्हें अपने सामान के साथ लंबे वक्त तक इंतजार करते हुए देखा गया। उत्तर पश्चिम रेलवे (एनडब्ल्यूआर) के राजस्थान और हरियाणा में कुछ हिस्सों में रेल यातायात बाधित रहा, 18 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया, 10 को आंशिक रूप से रद्द किया गया और एक ट्रेन का मार्ग परिवर्तित किया गया।

पंजाब के लुधियाना, अमृतसर, जालंधर, मोगा, पटियाला और फिरोजपुर तथा हरियाणा के चरखी दादरी, सोनीपत, कुरुक्षेत्र, जींद, करनाल और हिसार में प्रदर्शन हुए। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के कार्यकर्ताओं ने रेलवे पटरियों पर धरना देकर अमृतसर-दिल्ली और जालंधर एक्सप्रेस रोक दी।
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बीकेयू के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि मेरठ और ग्रेटर नोएडा के दनकौर स्टेशनों पर प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन रोकी। गाजियाबाद के मोदीनगर में एक मालगाड़ी के सामने प्रदर्शन किया गया। केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान संघों के संगठन संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने एक बयान में कहा था, लखीमपुर खीरी हिंसा में न्याय सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त तथा गिरफ्तार करने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने देशव्यापी रेल रोको प्रदर्शन की घोषणा की है।\

एसकेएम ने अपने घटक दलों से 18 अक्टूबर को सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक छह घंटों के लिए रेल यातायात रोकने का आह्वान किया था। मोर्चा ने सोमवार को दावा किया कि रेल रोको आंदोलन के दौरान कई स्थानों पर उसके नेताओं को हिरासत में लिया गया और उन्हें गिरफ्तार किया गया।

मोर्चा ने कहा कि हजारों किसानों ने शांतिपूर्वक आंदोलन में भाग लिया। मोर्चा ने आगाह किया कि यदि लखीमपुर खीरी हत्याकांड में न्याय की उसकी मांग नहीं मानी गई तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। एसकेएम ने अपने बयान में दावा किया, उत्तर प्रदेश में पुलिस ने कई स्थानों पर किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया।

मध्य प्रदेश में पुलिस ने कई स्थानों जैसे गुना, ग्वालियर, रीवा, बामनिया (झाबुआ में) और अन्य स्थानों पर प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया। बयान में कहा गया है कि तेलंगाना में हैदराबाद के काचीगुड़ा में भी किसान प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया।

महिलाओं समेत प्रदर्शनरत किसानों ने भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए और अजय मिश्रा की गिरफ्तारी की मांग की। ‘रेल रोको’ प्रदर्शन के मद्देनजर रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि किसान पंजाब के फिरोजपुर शहर में फिरोजपुर-फाजिल्का खंड और मोगा के अजितवाल में फिरोजपुर-लुधियाना खंड समेत कई स्थानों पर पटरियों पर बैठ गए। राजस्थान में किसानों ने हनुमानगढ़ जिले में पटरियों पर प्रदर्शन किए और केंद्र तथा उत्तर प्रदेश सरकारों के खिलाफ नारे लगाए। राज्य की राजधानी जयपुर में संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्यों ने जयपुर जंक्शन स्टेशन के प्रवेश द्वार पर प्रदर्शन किया।

एसकेएम के प्रदेश संयुक्त सचिव संजय माधव ने कहा, हमें जयपुर जंक्शन में घुसने नहीं दिया गया इसलिए हमने प्रवेश द्वार पर धरना शुरू कर दिया। उत्तर रेलवे जोन के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि उत्तर रेलवे मंडल पर जिन ट्रेनों पर प्रदर्शन का असर पड़ा, उनमें चंडीगढ़-फिरोजपुर एक्सप्रेस शामिल है। लुधियाना से इसे सुबह सात बजे गंतव्य के लिए रवाना होना था लेकिन फिरोजपुर-लुधियाना प्रखंड में अवरोध के कारण यह वहां फंसी रही।

नई दिल्ली-अमृतसर शताब्दी एक्सप्रेस शम्बू स्टेशन के पास रोक दी गई क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने साहनेवाल और राजपुरा के समीप रेल की पटरियां अवरुद्ध कर दी थीं। अधिकारी ने बताया, करीब 25 यात्री और कम दूरी की ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।

राजस्थान में प्रदर्शन से बीकानेर मंडल के हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर में रेल आवाजाही बाधित रही। उत्तर पश्चिम रेलवे (एनडब्ल्यूआर) के एक प्रवक्ता ने बताया कि भिवानी-रेवाड़ी, सिरसा-रेवाड़ी, लोहारू-हिसार, सूरतगढ़-बठिंडा, सिरसा-बठिंडा, हनुमानगढ़-बठिंडा, रोहतक-भिवानी, रेवाड़ी-सादुलपुर, हिसार-बठिंडा, हनुमानगढ़-सादुलपुर और श्रीगंगानगर-रेवाड़ी खंडों पर रेल यातायात प्रदर्शन के कारण बाधित रहा।

उन्होंने बताया कि फिरोजपुर-हनुमानगढ़ स्पेशल ट्रेन, लुधियाना-हिसार स्पेशल ट्रेन, बठिंडा-श्रीगंगानगर स्पेशल ट्रेन, बठिंडा-लालगढ़ स्पेशल ट्रेन, फुलेरा-रेवाड़ी स्पेशल ट्रेन, रेवाड़ी-जोधपुर स्पेशल ट्रेन, रतनगढ़-चुरू स्पेशल ट्रेन और चुरू-बीकानेर स्पेशल ट्रेन सहित 18 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया। वहीं 10 ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द किया गया है।

एनडब्ल्यूआर के प्रवक्ता ने बताया कि अहमदाबाद-श्री माता वैष्णो देवी कटरा विशेष ट्रेन का मार्ग भी परिवर्तित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि अहमदाबाद से शनिवार को रवाना हुई ट्रेन रेवाड़ी-दिल्ली-पठानकोट होते हुए श्री माता वैष्णो देवी कटरा जाएगी।

पंजाब के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशनों में से एक लुधियाना रेलवे स्टेशन पर जोधपुर जा रहे एक व्यक्ति ने नाराजगी जताई कि उसे स्टेशन पर पहुंचने के बाद प्रदर्शन के बारे में पता चला। उसने किसान नेताओं से आम आदमी को परेशान करने के बजाय नेताओं के आवासों का घेराव करने की अपील की।

लुधियाना स्टेशन पर अपने परिवार के साथ ट्रेन का इंतजार कर रहे एक व्यक्ति ने कहा कि उनके एक रिश्तेदार की मौत हो गई है जिसके कारण उन्हें उत्तर प्रदेश के गोंडा जाना है। पटियाला रेलवे स्टेशन पर दिनेश जोशी अपने बच्चे के लिए दूध और गर्म पानी की तलाश कर रहे थे क्योंकि जिस ट्रेन में वह यात्रा कर रहे थे वह किसानों के विरोध प्रदर्शन के कारण रुक गई थी।

मोगा में प्रदर्शनकारियों का एक समूह ‘जय जवान जय किसान’ का बैनर लेकर एक ट्रेन के आगे खड़ा हो गया जिससे ट्रेन को रोकना पड़ा। उन्होंने लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए चार किसानों की तस्वीरें भी ले रखी थीं।केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा की गिरफ्तारी की मांग करते हुए किसान मजदूर संघर्ष समिति (केएमएससी) के महासचिव श्रवण सिंह पंढेर ने कहा कि केएमएससी पंजाब के 11 जिलों में 20 स्थानों पर प्रदर्शन करेगी।

लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को हुई हिंसा में मारे गए आठ लोगों में से चार किसान थे जिन्हें कथित तौर पर भाजपा कार्यकर्ताओं को ले जा रहे वाहन ने कुचल दिया था। किसानों ने दावा किया कि एक वाहन में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का पुत्र आशीष मिश्रा भी था। आशीष मिश्रा को इस मामले में नौ अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था।(भाषा)

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