शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सोमवार को अपनी सहयोगी भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर परोक्ष हमला करने के लिए ‘चौकीदार चोर है’ के नारे का इस्तेमाल किया। विपक्षी पार्टी कांग्रेस राफेल सौदे के संदर्भ में प्रधानमंत्री के लिए यह नारा इस्तेमाल करती रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने फ्रांस के साथ 58000 करोड़ रुपए के राफेल सौदे व उसके ऑफसेट अनुबंध देने में अनियिमतताओं और पक्षपात का दावा करने के लिए ‘चौकीदार चोर है’ का नारा बार-बार बोला है और मोदी पर निशाना साधा है।
सोलापुर जिले में इस मंदिर नगरी में एक रैली में ठाकरे ने एक घटना का उल्लेख करते हुए अलग संदर्भ में इस नारे का इस्तेमाल किया। ठाकरे ने कहा कि राज्य के एक दौरे के दौरान एक किसान ने कीट संक्रमित नींबू का पौधा दिखाया।
यह पौधा कीटनाशक बनाने के लिए उपयोग किया जाता है, लेकिन यह खुद ही कीट के हमले के गिरफ्त में आ गया था। किसान ने मुझसे कहा कि जीवन में पहली बार उसने नींबू के पौधे को संक्रमित होते देखा है जबकि इसके पौधे कीटनाशक बनाने के लिए तैयार किए जाते रहे हैं। मैंने उससे कहा कि अब दिन बदल गए हैं। चौकीदार ही चोर बन गए हैं।
उन्होंने मराठी में बोलते हुए ‘पाहरेकरी’ शब्द का उपयोग किया जिसका अर्थ चौकीदार भी होता है। ठाकरे का राजनीतिक दल शिवसेना केंद्र और महाराष्ट्र में भाजपा के साथ सरकार में शामिल है। ठाकरे ने वैसे तो किसी का नाम नहीं लिया लेकिन उनके बयान का महत्व किसी से छिपा नहीं है।
राफेल सौदे के मसले को उठाते हुए उन्होंने कहा कि कॉन्ट्रैक्ट एक ऐसी कंपनी के पास है जिसे कोई अनुभव नहीं। मोदी सरकार ने जवानों की वेतन वृद्धि से इंकार किया, लेकिन भ्रष्टाचार के आरोपों के बावजूद राफेल विमान सौदे पर आगे बढ़ रही है।
आगे उद्धव ने कहा कि भाजपा सीधे तौर पर राफेल डील में शामिल है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि किसानों की आय दुगुनी होगी, लेकिन अब चुनाव आने वाला है और किसानों की आय नहीं बढ़ी है। दरअसल, वह एक चुनावी जुमला था। प्रधानमंत्री के पास दूसरे देश में जाकर चेहरा चमकाने का वक्त है, लेकिन उनके पास महाराष्ट्र के किसानों के पास जाने का समय नहीं। राम मंदिर के मुद्दे पर ठाकरे ने कहा कि जद (यू) के नीतीश कुमार और लोजपा के रामविलास पासवान को हिन्दुत्व और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर अपना रुख घोषित करना चाहिए।