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आपके मरने से किसी को खुशी नहीं होती, अमित शाह ने नक्सलियों से हथियार डालने का आग्रह किया

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, शनिवार, 5 अप्रैल 2025 (17:56 IST)
Amit Shah appeal to Naxalites: केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दंतेवाड़ा में एक जनसभा में नक्सलियों से हथियार डालने आग्रह करते हुए कहा कि आप हमारे अपने हैं। जब भी कोई नक्सली मारा जाता है तो किसी को भी खुशी नहीं होती। उन्होंने कहा कि बस्तर में नक्सलवाल खत्म होने की कगार पर है। शाह ने कहा कि इस क्षेत्र को विकास चाहिए, जो यहां पिछले 50 सालों में नहीं हुआ। नक्सल मुक्त गांवों को एक करोड़ रुपए देने का भी ऐलान किया। 
 
अमित शाह ने अगले वर्ष मार्च तक भारत से नक्सलवाद का सफाया होने का दावा करते हुए कहा कि अब नक्सली हथियारों के बल पर आदिवासियों के विकास को नहीं रोक सकते। शाह ने दंतेवाड़ा शहर में राज्य सरकार द्वारा आयोजित ‘बस्तर पंडुम’ महोत्सव के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि अगले वर्ष यह कार्यक्रम राज्य में राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित किया जाएगा, जिसमें देश भर के आदिवासी भाग लेंगे।
 
अब वह जमाना चला गया... : शाह ने कहा कि वह जमाना चला गया जब यहां पर गोलियां चलती थी बम धमाके होते थे। मैं उन सभी नक्सली भाइयों से अनुरोध करता हूं, जिनके हाथ में हथियार हैं और जिनके पास नहीं भी हैं, वे हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हों। आप हमारे अपने लोग हैं। कोई भी नक्सली मारा जाता है किसी को आनंद नहीं होता है।
 
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को विकास की जरूरत है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 5 वर्ष में बस्तर सब कुछ देना चाहते हैं। बस्तर ने 50 साल से विकास नहीं देखा है। लेकिन यह कैसे हो सकता है? यह तभी हो सकता है जब बस्तर में शांति हो, बच्चे स्कूल जाएं, गांवों और तहसीलों में स्वास्थ्य सुविधाएं हों, हर किसी के पास आधार कार्ड, राशन कार्ड और स्वास्थ्य बीमा हो। यह तभी हो सकता है जब बस्तर के लोग तय करें कि वे अपने घरों और गांवों को नक्सल मुक्त बनाएंगे।
 
‍विकास की प्रक्रिया का हिस्सा बनो : शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने घोषणा की है कि जो गांव नक्सलियों के आत्मसमर्पण में मदद करेंगे और खुद को माओवादी मुक्त घोषित करेंगे, उन्हें एक करोड़ रुपये (निर्माण कार्यों के लिए) दिए जाएंगे। केंद्रीय गृह मंत्री ने माओवादियों से हिंसा छोड़ने की अपील करते हुए कहा कि कोई किसी को मारना नहीं चाहता। ... बस अपने हथियार डालकर मुख्यधारा में शामिल हो जाएं। भारत सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार आपको पूरी सुरक्षा देगी। अब आप हथियार उठाकर अपने आदिवासी भाइयों और बहनों के विकास को नहीं रोक सकते। अपने हथियार छोड़ो और आत्मसमर्पण करो और विकास प्रक्रिया का हिस्सा बनो।
भय नहीं भविष्य का पर्याय बनेगा बस्तर : शाह ने कहा कि आज हम नक्सलवाद के खिलाफ दोनों तरफ से आगे बढ़ रहे हैं। जो समझ गए हैं कि विकास के लिए हाथ में बंदूक की जरूरत नहीं है, कंप्यूटर की जरूरत है। विकास के लिए आईईडी, हथगोला नहीं चाहिए कलम चाहिए उन्होंने सरेंडर कर दिया है। उन्होंने कहा कि 2025 में चौथे माह की शुरुआत तक 521 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। इससे पहले 881 नक्सली 2024 में आत्मसमर्पण कर चुके हैं। जो आत्मसमर्पण करेंगे वह यहां मुख्यधारा में आएंगे और जो हथियार लेकर रहेंगे उनके खिलाफ सुरक्षाकर्मी मोर्चा संभालेंगे। जो भी होगा मार्च तक पूरे देश को इस लाल आतंक से मुक्त करने का काम भाजपा की सरकार करेगी। बस्तर अब भय का नहीं बल्कि भविष्य का पर्याय बनेगा।
 
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री साय और उपमुख्यमंत्री शर्मा बस्तर में विकास लाने के लिए बहुत मेहनत कर रहे हैं। जहां कभी गोलियों की गूंज थी, आज वहां मशीनों की आवाज है। गांव कभी वीरान थे, अब वहां स्कूल की घंटियां बज रही हैं। सड़कें, जो सपना थीं, वहां अब राजमार्ग बन रहा है। उन्होंने कहा कि जहां पहले बच्चे स्कूल जाने से डरते थे, वहीं अब बच्चे कंप्यूटर पर पूरी दुनिया से बात कर रहे हैं।

शाह ने कहा कि हमारा बस्तर विकास, विश्वास और विजय की लौ के साथ आगे बढ़ेगा। (श्रोताओं की ओर इशारा करते हुए) मेरा विनम्र अनुरोध है कि आप अपने गांव में बैठकें करें और मिलिशिया सदस्यों (माओवादियों) को आत्मसमर्पण करने के लिए प्रोत्साहित करें। आपको किसी से डरने की जरूरत नहीं है, भाजपा की डबल इंजन सरकार आपकी पूरी सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। मोदी जी के राज में किसी को डरने की जरूरत नहीं है। मैं एक बार फिर अनुरोध करता हूं कि हमें हर गांव को नक्सल मुक्त बनाने का अभियान शुरू करना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि हर गांव को एक करोड़ रुपए मिलेंगे। 
 
पंडुम महोत्सव की सराहना : 'बस्तर पंडुम' महोत्सव की सराहना करते हुए शाह ने कहा कि इसे अगले वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से उद्घाटन समारोह की शोभा बढ़ाने और आदिवासी भाइयों और बहनों को आशीर्वाद देने का अनुरोध करेंगे। अगले वर्ष साल देश भर के आदिवासी जिलों से कलाकारों को यहां (बस्तर पंडुम महोत्सव में) लाया जाएगा।
 
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, बस्तर पंडुम को अंतरराष्ट्रीय दर्जा देने के लिए भाजपा सरकार राष्ट्रीय राजधानी में तैनात दुनिया भर के राजदूतों को बस्तर क्षेत्र (सात जिलों) के हर जिले में लाएगी, जिससे उन्हें हमारी परंपराओं, संस्कृति और आदिवासी बच्चों की कला का अनुभव कराया जा सके। इस बार यह आयोजन सात श्रेणियों में हुआ था, लेकिन अगली बार इसे 12 श्रेणियों में आयोजित किया जाएगा।
 
शाह ने कहा कि कुछ लोगों को मैंने कहते सुना था कि इससे (बस्तर पंडुम आयोजन से) क्या हासिल होगा। उन्हें नहीं मालूम है कि भारत की ताकत ही अनेकता में एकता है। भारत की ताकत अनेक प्रकार की संस्कृतियों का समागम है। अनेक परंपराएं, अनेक कलाएं, अनेक भाषाएं, अनेक बोलियां, विविध प्रकार के व्यंजन, यह सब मिलते हैं तब तो मेरा भारत बनता है। उन्होंने भुला दिया था। भारत का आकलन भौतिक विकास, रुपया-पैसा, इंडस्ट्री में किया था। वह तो हम करेंगे ही। दुनिया के साथ हर प्रतिस्पर्धा में खड़े रहेंगे। इसके साथ ही हमारी बोलियां, लोकनृत्य, भाषाएं, परंपराएं, व्यंजन और हमारी वेशभूषा को भी संरक्षित करेंगे। बस्तर पंडुम इसकी शुरुआत है।
 
कांग्रेस की आलोचना : कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि कांग्रेस ने 75 साल तक गरीबी हटाओ के नारे दिए, लेकिन गरीब गरीब ही रहे। गरीबों का विकास किसी भी सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए। कांग्रेस ने 75 साल तक गरीबी हटाओ का नारा दिया, लेकिन न गरीबी हटी और न ही गरीबों को सुविधाएं मिलीं। मोदी जी ने 10 साल में गरीबों के लिए चार करोड़ से ज्यादा घर बनवाए, 11 करोड़ लोगों को गैस सिलेंडर दिए, 12 करोड़ घरों में शौचालय बनवाए, 15 करोड़ घरों में नल का पानी पहुंचाया और 70 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने 70 करोड़ लोगों को 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज देने का संकल्प लिया है।
 
भंजदेव की हत्या के लिए कांग्रेस जिम्मेदार : इस अवसर पर शाह ने 1966 में मारे गए बस्तर के राजा प्रवीर चंद्र भंज देव को श्रद्धांजलि दी और उनकी हत्या के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि प्रवीर चंद्र भंज देव जी ने जनजातियों का जल, जंगल, जमीन, संस्कृति इसके लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। यहां एक प्रजा वत्सल राजा के रूप में उनकी एक लोकप्रियता थी। उस वक्त के कांग्रेस के नेताओं को सहन नहीं हुआ और साजिश के तहत उनकी हत्या कर दी गई। जब आज पूरा बस्तर लाल आतंक से मुक्त होने के कगार पर है और विकास के रास्ते पर चल चुका है तब प्रवीर चंद्र भंज देव जी की आत्मा जहां होगी जरूर वहां से बस्तर के वासियों को अपना आशीर्वाद देती होगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री साय, उपमुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा मौजूद थे। इससे पहले शाह ने दंतेवाड़ा में मां दंतेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना भी की।
अमित शाह ने एक्स पर एक फोटो पोस्ट कर लिखा- जो बस्तर-सुकमा क्षेत्र कभी लाल आतंक (नक्सलवाद) का गढ़ था, वहां की डोंडरा पंचायत में सोलर पैनल पर लेटकर मोबाइल चलाते बच्चों को देखकर मन आनंदित है। विकास और विश्वास को दर्शाती यह तस्वीर आपसे साझा कर रहा हूं। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 

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