लखनऊ। उन्नाव में बलात्कार पीड़िता के परिवार ने अधिकारियों की ओर से आश्वासन मिलने के बाद शव का रविवार को अंतिम संस्कार किया। उत्तरप्रदेश के उन्नाव में बलात्कार पीड़िता के शव का आज मृतक पीड़िता की बड़ी बहन ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था और सरकार के सामने तीन शर्तें रख दी थीं।
सुबह से उन्नाव के थाना बिहार अंतर्गत एक गांव में अधिकारियों का जमावड़ा लगा हुआ था। सभी अधिकारी मृतक पीड़िता के परिजनों को समझाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन परिजन एक भी बात मानने को तैयार नहीं थे और सिर्फ और सिर्फ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर सारी बात करना चाहते थे।
लंबी जद्दोजहद के बाद लखनऊ के मंडलायुक्त मुकेश मेश्राम ने परिजन से करीब आधे घंटे बातचीत की और उन्हें समझाया-बुझाया। जानकारी के अनुसार अधिकारियों ने उन्हें मनाते हुए टेलीफोन पर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी से परिवार की फोन पर बात करवाई।
फोन पर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने दुखी परिवार को ढांढस बंधाते हुए कहा कि हम सभी आपके साथ हैं और आपकी सारी मांगों को हम जल्द से जल्द पूरा करेंगे। उन्होंने फोन पर ही पीड़ित परिवार को विश्वास दिलाया कि सरकार आपको दो आवास देने का वादा करती है। मृतका के भाई को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी।
फोन पर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी से बात करने के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गए। लंबी जद्दोजहद के बाद मृतक के परिजनों के साथ पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में शव को गांव के बाहर एक खेत में उनके दादा-दादी की समाधि के पास ही दफना दिया गया। अंतिम संस्कार में मंत्रियों स्वामी प्रसाद मौर्य और कमल रानी वरुण के अलावा मेश्राम तथा अन्य आला अधिकारी भी शामिल हुए।