मेरठ के वाहन कमेले सोतीगंज बाजार पर मेरठ पुलिस ने एक बार फिर से बड़ी कार्रवाई की है। इस बाजार में दुपहिया वाहन चोर इरफान उर्फ राहुल काला की तकरीबन 3 करोड़ की संपत्ति ज़ब्त कर ली गई है। मेरठ एएसपी के नेतृत्व में अब तक कबाड़ियों की 55 करोड़ की अवैध संपत्ति ज़ब्त की जा चुकी है।
इरफान उर्फ राहुल काला पर विभिन्न थानों में वाहन चोरी, अवैध कटान जैसे कई मुकदमे दर्ज हैं। इरफान ने वाहन चोरी मार्केट में अपनी पहचान राहुल काला के नाम से बना रखी थी। पुलिस के मुताबिक, आने वाले दिनों में ऐसी कई बड़ी कार्रवाई की जाती रहेंगी।
एएसपी सूरज राय ने सोतीगंज बाजार में कहा कि इरफान उर्फ राहुल काला जो संगठित रूप से वाहन चोरी एवं वाहन कटान जैसे गंभीर अपराधों को अंजाम देता रहा है, इसके ऊपर सदर थाना क्षेत्र में दस मुकदमे पंजीकृत थे। विवेचना के दौरान सामने आया कि ये संपत्ति अभियुक्त इरफान उर्फ राहुल काला ने अवैध तरीके से कमाई है। उसे कोर्ट से नोटिस भेजा गया था, लेकिन उसने अवैध संपत्ति का ब्यौरा नहीं दिया, लिहाज़ा उसकी संपत्ति को ज़ब्त किया जाता है। इस संपत्ति को न कोई खरीद सकता है और न ही बेच सकता है।
मेरठ के थाना सदर बाजार स्थित सोतीगंज वो इलाका है, जहां चंद मिनटों में बड़े से बड़े ट्रक के पुर्ज़े अलग-अलग करके ठिकाने लगा दिए जाते हैं। पूरे देश से चोरी की गाड़ियां कटान के लिए इसी बाजार में लाई जाती थीं, लेकिन इस वाहन कमेले पर जब योगी सरकार के सख्त रवैए के चलते पुलिस ने एक्शन शुरू किया तो हड़कंप मच गया। इस बाजार की आज तस्वीर बदल गई, क्योंकि बड़े वाहन कबाड़ माफियां जेल की सलाखों के पीछे हैं और उनकी अवैध अकूत संपत्ति और आलीशान कोठियों को पुलिस ने जब्त कर लिया है।
इसी सोतीगंज की बदली हुई तस्वीर का ज़िक्र बीते दिनों प्रधानमंत्री ने शाहजहांपुर के मंच से किया था।। प्रधानमंत्री मोदी ने मंच से कहा, देशभर में कहीं भी गाड़ी चोरी हो जाए तो वह सोतीगंज में कटती थी। यह काला बाजार दशकों से चला आ रहा था, पूर्व की सरकारों ने कभी बंद नहीं किया, लेकिन योगी सरकार ने मेरठ में सोतीगंज में चल रहे इस गंदे धंधे को बंद किया है।
सोतीगंज में यूपी, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड से चोरी के वाहन आते थे। अब मेरठ का वाहन कटान बाजार बंद है, कुछ दुकानों के बाहर बोर्ड लगे हैं कि उनकी दुकान पर न तो चोरी के वाहन आते हैं और न बेचे जाते हैं।
हालांकि मेरठ से तीन बार से बीजेपी सांसद राजेन्द्र अग्रवाल का कहना है कि सपा सरकार में भी उन्होंने इस वाहन कमेले पर कार्रवाई के लिए संसद में मांग उठाई थी, लेकिन समाजवादी पार्टी इन वाहन चोरों को संरक्षण दे रही थी, जिसके चलते कोई कार्रवाई नहीं हुई। मेरठ का सदर थाना सबसे महंगा थाना बना हुआ था, थाने के संरक्षण में जुर्म होता रहा। अब योगी सरकार की सख्ती ने इस काले धंधे वालों की कमर तोड़ दी है।
वहीं समाजवादी सरकार में मंत्री रहे शाहिद मंजूर और वर्तमान में मेरठ शहर विधायक रफीक अंसारी का कहना है कि ये सब चुनावी स्टंट है। पौने पांच साल से सोतीगंज बाजार में धंधा फलफूल रहा था, अब चुनाव से पहले कार्रवाई करके क्या सिद्ध करना चाहती है योगी सरकार। इस बाजार में मुस्लिम समुदाय के लोग व्यापार करते हैं, अब तक बीजेपी सरकार सो क्यों रही थी।
पांच साल तक जिन बीजेपी के मंत्री, विधायक और अधिकारियों के रहते ये व्यापार होता रहा था, योगी जी उनके प्रति जबावदेही तय करेंगे, एक्शन लेंगे क्या। हालांकि सोतीगंज बाजार तो शहर के बीच अब नाममात्र का रह गया था, क्योंकि बड़ी मछलियां जेल चली गईं और छोटी मछलियों ने पहले ही अपना गोरखधंधा आसपास के जिलों और ग्रामीण क्षेत्रों में शिफ्ट कर दिया है।