Uttarkashi Tunnel : सिलक्यारा टनल के अंदर बने मजदूरों के निकलते ही मेडिकल सुविधाएं दी जाएंगी। टनल के अंदर अस्थायी मेडिकल कैंप में डॉक्टरों की टीम तैनात है। मजदूरों के बाहर आते ही उन्हें अस्पताल तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस सुरंग के बाहर तैयार खड़ी हैं। श्रमिकों को निकटवर्ती चिन्यालीसौड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया जाएगा जहां 41 बिस्तरों का एक अलग वार्ड बनाया गया है।
एंबुलेंस को चिन्यालीसौड़ जल्द पहुंचाने के लिए पहले से बनी कच्चे मार्ग को ठीक कर दिया गया है। स्ट्रेचरों को सुरंग के अंदर ले जाया गया है। बचाव अभियान की सफलता की सूचना आते ही सुरंग के बाहर खड़े श्रमिकों ने 'जय श्रीराम' के नाम का जयकारा लगाया।
सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट में धामी ने कहा, बाबा बौखनाग जी की असीम कृपा, करोड़ों देशवासियों की प्रार्थना एवं रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे सभी बचाव दलों के अथक परिश्रम के फलस्वरूप श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए टनल में पाइप डालने का कार्य पूरा हो चुका है।
शीघ्र ही सभी श्रमिक भाइयों को बाहर निकाल लिया जाएगा।' इससे पहले, सुरंग बना रही राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) के प्रबंध निदेशक महमूद अहमद ने इस बात की पुष्टि नहीं की थी कि ड्रिलिंग का काम पूरा हो चुका है। उन्होंने प्रेस कॉन्फेंस में कहा कि आखिरी पाइप को मलबे में डाला जा रहा है।
क्या बोले परिजन : अपने 22 वर्षीय पुत्र मंजीत का सुरंग के बाहर इंतजार कर रहे चौधरी ने कहा कि उन्हें अधिकारियों ने सिलक्यारा में रूके परिवारजनों से कहा है कि उन्हें श्रमिकों के पास ले जाए जाने की व्यवस्था की जाएगी ।
सुरंग में फंसे एक अन्य श्रमिक गब्बर सिंह नेगी के भाई जयमल सिंह नेगी ने कहा कि आज प्रकृति भी खुश लग रही है । उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने परिजनों को अपना सामान तैयार रखने और अग्रिम आदेशों का इंतजार करने को कहा है।