वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के सिगरा क्षेत्र में कैंट रेलवे स्टेशन के निकट निर्माणाधीन फ्लाईओवर गिरने से 20 लोगों की मौत हो गई। हादसे में बचाव एवं राहत का काम पूरा हो चुका है। लेकिन सवाल उठ रहा है कि इन दर्दनाक मौतों का जिम्मेदार कौन है?
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एनडीआरएफ के डीआईजी आलोक कुमार सिंह ने बताया कि बचाव कार्य पूरा हो चुका है। बीम को क्रेन की मदद से हटाया जा चुका है। मलबे में दबे वाहनो को दोपहर तक हटाया जाएगा। भीड़भाड़ वाले इस क्षेत्र में निर्माणधीन पुल के दोनों ओर दीवार खड़ी की जाएगी। निर्माण कार्य फिलहाल स्थगित रहेगा।
आधिकारिक तौर पर मृतकों की संख्या पर असमंजस बना हुआ है। मुख्य सचिव (सूचना) अवनीश अवस्थी ने कल रात 18 लोगों के मरने की पुष्टि की थी जबकि एनडीआरएफ के पुलिस उपमहानिरीक्षक ने हादसे में 16 लोगों की मृत्यु की बात कही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक हादसे में घायल दो लोगों ने देर रात उपचार के दौरान दम तोड़ दिया जिससे घटना में मरने वालों की तादाद बढ़कर 20 हो गई है।
हादसे में घायल लोगों को बीएचयू ट्रामा सेंटर समेत अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। घायलों में पांच की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। उत्तर प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिजनों को पांच पांच लाख और घायलों को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है।
एक्सीडेंट या भ्रष्टाचार का परिणाम, जवाब दे योगी सरकार : पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव घटना पर दुख जताते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि हादसे की जांच में राज्य सरकार ईमानदारी बरतेगी। हादसे के बाद यादव ने ट्वीट किया कि ये है देश की सर्वोच्च प्राथमिकता वाले संसदीय क्षेत्र में विकास की सच्चाई। हाल तब है जबकि प्रदेशीय मंत्री यहां लगातार तथाकथित निरीक्षण करने आते रहे हैं। ये हादसा एक एक्सीडेंट है या भ्रष्टाचार का परिणाम, आज प्रदेश की सरकार को ये जवाब वाराणसी की जनता को देना ही होगा।
क्यों गिरा बीम : योगी ने घटनास्थल पर मौजूद मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल से बीम के गिरने का कारण पूछा हालांकि श्री अग्रवाल समेत अन्य अधिकारी मुख्यमंत्री के सवाल का जवाब नही दे सके। गौरतलब है कि पिछले दिनो वाराणसी दौरे पर आए मुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन फ्लाईओवर का निरीक्षण किया था। उन्होंने सड़क के दोनो ओर बैरिकेडिंग करवाने का निर्देश देते हुए कहा था कि इस काम में लापरवाही नहीं की जानी चाहिए।
लापरवाही के आरोप में कई अधिकारी निलंबित : फ्लाईओवर के निर्माण में लापरवाही बरतने के आरोप में प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुये उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सेतु निर्माण निगम के मुख्य परियोजना प्रबंधक एचसी तिवारी, परियोजना प्रबंधक के एस सूदन, सहायक अभियंता राजेश सिंह व अवर अभियंता लाल चंद को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही इस मामले की जांच के लिए तकनीकी विशेषज्ञों की तीन सदस्यीय टीम गठित की गई है। कमेटी में कृषि उत्पादन आयुक्त आर पी सिंह, सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता भूपेन्द्र शर्मा और जल निगम के प्रबंध निदेशक राजेश मित्तल शामिल है।
कैंट स्टेशन के निकट चौकाघाट लहरतारा निर्माणाधीन फ्लाईओवर का एक हिस्सा कल शाम साढे पांच बजे तेज धमाके के साथ गिर गया था। भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में हुए इस हादसे में यात्रियों से भरी एक बस, चार कारें, पांच ऑटो रिक्शा और कई दो पहिया वाहन दब गए।