नई दिल्ली। विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने बुधवार को कहा कि हिन्दू समाज राम मंदिर के लिए अनंतकाल तक इंतजार नहीं कर सकता। अत: सरकार को संसद में कानून बनाकर मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करना चाहिए।
विहिप नेता ने कहा कि राम मंदिर मामला 69 सालों से फंसा हुआ है। प्रतीक्षा की यह अवधि बहुत लंबी है। इतना ही नहीं, सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर पर सुनवाई के लिए जजों की पीठ भी नहीं बनी।
उन्होंने कहा कि हिन्दू समाज अनंत काल तक न्यायालय के निर्णय की प्रतीक्षा नहीं कर सकता। ऐसी स्थिति में इसका एकमात्र सही मार्ग यह है कि संसद में कानून बनाकर अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनाया जाए।
आलोक कुमार ने कहा कि 31 जनवरी और 1 फरवरी को प्रयागराज कुंभ में धर्मसंसद होगी। इस दौरान संत समुदाय मंदिर पर जो भी फैसला लेगा, विहिप उसी के अनुसार अगला कदम उठागी। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह इस मामले को लटकाए रखना चाहती है। हालांकि कुमार ने यह भी कहा कि विहिप को इस मामले में कानून बनाने के लिए प्रधानमंत्री पर दबाव बनाने का अधिकार है।
विहिप नेता ने कहा कि विहिप प्रधानमंत्री के बयान से सहमत नहीं है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक साक्षात्कार में कहा था कि राम मंदिर पर सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश का इंतजार करेगी।