नई दिल्ली, भारत के राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हो गए हैं और एक सामान्य से आदिवासी परिवार की द्रौपदी मुर्मू प्रथम नागरिक बन गई हैं। अब उप-राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होंगे। सत्ताधारी पार्टी भाजपा ने बंगाल के राज्यपाल रहे जगदीप धनखड़ को उम्मीदवार बनाया है। जबकि विपक्ष की तरफ से मार्गरेट अल्वा को उम्मीदवार घोषित किया गया है।
ऐसे में हाल ही में मार्गरेट अल्वा ने मतदान से दूर रहने के टीएमसी के फैसले पर निराशा व्यक्त की है। इतना ही नहीं, मार्गरेट अल्वा ने टीएमसी की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को नसीहत तक दे डाली है। मार्गरेट अल्वा ने ममता को कहा, यह अहंकार या क्रोध का समय नहीं है। मुझे विश्वास है कि ममता बनर्जी विपक्ष के साथ खड़ी रहेंगीं।
मार्गरेट अल्वा ने यह बात ट्वीट कर कही, उन्होंने कहा, 'टीएमसी का उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान से दूर रहने का फैसला निराशाजनक है। यह समय साहस, नेतृत्व और एकता का है। मुझे विश्वास है कि ममता बनर्जी, जो कि साहस की प्रतिमूर्ति हैं, विपक्ष के साथ खड़ी रहेंगी।'
बता दें कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की अगुवाई वाली टीएमसी ने उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान से दूर रहने का फैसला किया है। कहा जा रहा है कि पार्टी को लूप में रखे बिना विपक्षी उम्मीदवार का फैसला करने के तरीके से मममा सहमत नहीं है। इसलिए मुख्यमंत्री बनर्जी ने टीएमसी सांसदों मतदान से दूर रहने के लिए कहा है। टीएमसी ने अपना विरोध भी दर्ज कराया है कि ममता बनर्जी से सलाह मशविरा किए बगैर विपक्षी उम्मीदवार की घोषणा कैसे कर दी गई।