Wrestlers Protest : विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने शनिवार को चेतावनी दी कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण के खिलाफ सरकार की निष्क्रियता के कारण खाप पंचायत ऐसा फैसला ले सकती है जो शायद देश के हित में नहीं होगा।
पहलवान जंतर-मंतर पर लगभग चार सप्ताह से बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं। बृजभूषण पर नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। पहलवानों के आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए खाप महापंचायत के लिए 21 मई की समय सीमा तय की है।
एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता विनेश फोगाट ने कहा कि खाप पंचायत के फैसले से देश को किसानों के आंदोलन की तरह ही नुकसान हो सकता है, जो लगभग 13 महीने तक चला था। विनेश ने जंतर-मंतर पर कहा, हमारे बुजुर्ग (रविवार को) जो फैसला लेते हैं, वह बड़ा हो सकता है। ऐसा हो सकता है कि वह देश के हित में नहीं हो। इससे देश को नुकसान पहुंच सकता है।
उन्होंने कहा कि यह एक आसान लड़ाई नहीं है और पहलवान भी अभ्यास और प्रतियोगिता में भाग नहीं ले पा रहे है। उन्हें काफी कुछ गंवाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, हमने भी बहुत कुछ सहा है। जो मसला एक मिनट में हल हो सकता था, उसमें एक महीना लग गया। किसान आंदोलन 13 महीने चला और निश्चित रूप से देश को चोट पहुंचाई, इसलिए अगर एक और आंदोलन (ऐसा) हुआ तो निश्चित रूप से देश को नुकसान होगा।
आंदोलन स्थल पर सप्ताहांत होने के बाद भी भीड़ कम दिखी। ओलंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया ने कहा कि पहलवानों की दुर्दशा के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए वे 23 मई को इंडिया गेट पर कैंडल-लाइट मार्च करेंगे।
बजरंग ने कहा, हम 23 मई को शाम 4 बजे इंडिया गेट पर कैंडल मार्च निकालेंगे। विनेश ने कहा, हम मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा और चर्च हर जगह न्याय के लिए अपना संदेश लेकर जाएंगे। यह पूछने पर कि क्या पहलवानों ने फिरोजशाह कोटला स्टेडियम नहीं जाकर एक मौका गंवा दिया, जहां महेन्द्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली चेन्नई सुपर किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच आईपीएल मैच हो रहा है।
विनेश ने कहा, हम अपना सर्वश्रेष्ठ (जागरूकता फैलाने को लेकर) कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। हम जंतर-मंतर पर अपने विरोध में इतने व्यस्त हैं कि हमें पता नहीं है कि दूसरे खेलों में क्या चल रहा है। हम अन्य खेलों से पूरी तरह से अलग हो गए हैं। लगभग आधे घंटे पहले हमें पता चला कि यहां एक आईपीएल मैच चल रहा है। निश्चित रूप से हम उस दिशा में सोच सकते हैं।
विनेश ने कहा कि सरकार को देश की आजादी के 75 साल का जश्न तब नहीं मनाना चाहिए जब वह महिलाओं के सम्मान को सुनिश्चित नहीं कर सकती। उन्होंने कहा, हम आजादी के 75 साल मना रहे हैं, उन्हें (सरकार) इसे नहीं मनाना चाहिए क्योंकि वे महिलाओं का सम्मान सुनिश्चित करने में सक्षम नहीं हैं।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)