कोलकाता। पश्चिम बंगाल में हुए लोकसभा चुनावों के आखिरी चरण के मतदान 19 मई के बाद ताजा हिंसक घटना में मंगलवार को बैरकपुर इलाके में काकिनाड़ा स्टेशन पर असामाजिक तत्वों ने सियालदह जाने वाली स्थानीय ट्रेन पर पत्थरों, बोतलों तथा बमों से हमला कर दिया, जिसमें कई लोग घायल हो गए।
बदमाशों ने सुबह काकिनाड़ा स्टेशन पर सियालदह जा रही ट्रेन को रोक दिया तथा दैनिक यात्रियों से भरी ट्रेन पर पत्थरों, टूटी बोतलों तथा बमों से हमला कर दिया। इस हमले में कम से कम 15 लोग घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक घटना के समय मौके पर रेलवे या स्थानीय पुलिस का एक भी जवान मौजूद नहीं था।
भाटपारा विधानसभा सीट के लिए 19 मई को हुए उपचुनाव के बाद से ही यह इलाका बदमाशों के कब्जे में है। उस दिन के बाद से ही राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस तथा भाजपा के समर्थकों के बीच हिंसक झड़पें जारी हैं, जो अभी तक जारी है।
जिला प्रशासन की ओर से इलाके में निषेधाज्ञा लागू किए जाने के बावजूद बदमाश सोमवार से ही स्थानीय ट्रेनों को निशाना बना रहे हैं। इसके कारण बैरकपुर और सियालदह के बीच ट्रेन सेवाएं प्रभावित हैं।
वास्तव में बैरकपुर इलाके में छह मई को हुए पांचवें चरण में हुए लोकसभा चुनाव के बाद से ही हिंसक घटनाएं जारी हैं। बैरकपुर सीट से तृणमूल के पूर्व विधायक अर्जुनसिंह भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं, जिसके कारण दोनों पार्टियों के समर्थक एक-दूसरे पर गुस्से का इजहार कर रहे हैं।
राजनीतिक झड़पों की अन्य घटनाओं में कूच विहार और अन्य इलाकों में कई अन्य लोग भी घायल हुए हैं। कूच विहार के सिताई इलाके में सोमवार रात तृणमूल कार्यकर्ताओं के हमले में भाजपा के दो समर्थक घायल हो गए। भाजपा ने आरोप लगाया कि तृणमूल कार्यकर्ताओं ने हमले के दौरान हथियारों का प्रयोग किया। घायलों में एक को कूच विहार अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि दूसरा लापता है। इस इलाके में एक दुकान में भी आग लगा दी गई।
साल्ट लेक इलाके में तृणमूल कार्यकर्ताओं की ओर से भाजपा समर्थकों के घरों पर किए गए हमलों में भाजपा के चार समर्थक घायल हो गए। तृणमूल ने भाजपा के आरोपों को साफ नकारते हुए किसी भी हमले में हाथ होने से साफ इंकार किया है।