नई दिल्ली। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी संस्था ने स्पष्ट किया कि तथाकथित 'आध्यात्मिक विश्वविद्यालय' के संचालक तथा दुष्कर्म के आरोपी बाबा वीरेन्द्र राव दीक्षित से संस्था का कोई संबंध नहीं है। संस्था की ओर से जारी एक वक्तव्य में कहा गया है कि पिछले कुछ दिनों से मीडिया में दीक्षित की खबरें चल रही हैं।
दीक्षित की गतिविधियां हमेशा से संदिग्ध रही हैं। पूर्व में वह दुष्कर्म और बिजली चोरी समेत कई मामलों में जेल जा चुका है। वे अब तक भूमिगत रहकर अनर्गल कार्यों को अंजाम देता रहा है जिसका अब भंडाफोड़ हुआ है। संस्था ने दीक्षित को 'बहुरूपिया' बताते हुए कहा कि वह जब भी इस तरह के मामलों में फंसता है तब वह और उससे जुड़े लोग स्वयं को 'प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय'से जुड़ा हुआ बताकर प्रशासन तथा लोगों को गुमराह करते हैं ताकि वे अपने गुनाहों पर पर्दा डाल सकें, परंतु सत्य तो यह है कि आठ दशकों से नि:स्वार्थ सेवा प्रदान कर रहे प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय से उसका किसी तरह का कोई संबंध नहीं है।
वक्तव्य में कहा गया है कि दीक्षित ने पहले भी कई बार स्वयं को प्रजापिता ब्रह्माकुमारी संस्था से जुड़ा हुआ बताकर और भ्रामक प्रचार करके लोगों को ठगने का प्रयास किया। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी संस्था ने मार्च 2012 में उसके खिलाफ माउंट आबू थाना में मामला दर्ज कराया था, परन्तु वह बच निकलने में कामयाब रहा।
संस्था ने साफ किया कि सत्तर के दशक में कुछ समय के लिए लिए दीक्षित अहमदाबाद स्थित ब्रह्माकुमारी संस्था के केंद्र के संपर्क में आया था, परंतु उसके गलत वृत्तियों के कारण उसे आने से मना कर दिया गया था। उसके बाद ब्रह्माकुमारी संस्था से उसका किसी तरह का कोई संबंध नहीं रहा।
वक्तव्य के मुताबिक ब्रह्माकुमारी संस्था का अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय माउंट आबू में है जहॉं दुनिया भर से आम लोगों से लेकर कई देशों के प्रधानमंत्री तथा राष्ट्रपति तक और हर वर्ग, जाति, धर्म और स्तर के लोगों का आना जाना रहता हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी ने एक अवसर पर कहा था कि ब्रह्मा कुमारी संस्था एक खुली किताब है।
इस संस्था की मुख्य प्रशासिका 102 वर्षीय राजयोगिनी दादी जानकीजी हैं। संस्था पूरे विश्व के 130 से अधिक देशों में, राजयोग ध्यान के जरिए लोगों में सकारात्मक बदलाव तथा भारतीय प्राचीन मूल्य, स्वस्थ जीवन शैली एवं पावन संस्कृति की पुनस्र्थापना का महान कार्य कर रहा है।
इस विश्वव्यापी संस्था का संचालन बहनों के हाथों में है। संस्था अपने साफ-सुथरे, पवित्र तथा लोककल्याणकारी सिद्धांतों के लिए दुनिया भर में जानी जाती है। ब्रह्माकुमारी संस्था ने ढोंगी बाबा दीक्षित के पर्दाफाश पर आभार प्रकट करते हुए लोगों से किसी बहकावे में न आने की अपील की है। करीब दस लाख से ज्यादा लोग इस संस्था के नियमित विद्यार्थी हैं और विश्वभर में लाखों लोग इस संस्था निस्वार्थ सेवा से लाभान्वित हो रहे हैं। (वार्ता)