नई दिल्ली। महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड समेत कई राज्यों में बारिश का दौर जारी है। देश भर में सोमवार को बारिश से संबंधित घटनाओं में 16 लोगों की मौत हो गई, 3 घायल हो गए और 4 अन्य के डूबने की आशंका है। इस बीच मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और बारिश की भविष्यवाणी की है।
इन स्थानों पर हो सकती है भारी बारिश : मौसम एजेंसी स्कायमेट के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान, कोंकण और गोवा, हरियाणा के कुछ हिस्सों, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड के कुछ हिस्सों, हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है।
पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों, दक्षिण गुजरात, तटीय कर्नाटक, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, पूर्वी बिहार, गंगीय पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
महाराष्ट्र के इन इलाकों में रेड अलर्ट : भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मुंबई, ठाणे, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरि और सिंधुदुर्ग जिलों के लिए तथा पुणे, सतारा और कोल्हापुर के लिए अगले 24 घंटों में अत्यधिक भारी वर्षा के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया है। 20 जुलाई से 23 जुलाई तक इन जिलों के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' भी जारी किया। राज्य के बाकी हिस्सों में अगले 5 दिनों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
दिल्ली में मौसम विभाग की चेतावनी: लगातार हो रही बारिश के कारण दिल्ली के कई महत्वपूर्ण मार्गों पर जलभराव होने से यातायात बाधित हुआ। आईएमडी ने कहा कि उत्तर में दिल्ली में मंगलवार तक मध्यम दर्जे की बारिश जारी रहने और कुछ अलग-अलग स्थानों पर तेज बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने गरज चमक के साथ वर्षा होने के कारण 'फिसलन वाली सड़कों और यातायात बाधित' होने को लेकर परामर्श जारी किया है। इसने बारिश और तेज हवाओं के कारण वृक्षारोपण, बागवानी, खड़ी फसलों, कमजोर संरचनाओं, कच्चे घरों और झोपड़ियों को आंशिक नुकसान को लेकर भी चेतावनी जारी की।
राजस्थान में भारी बारिश : जयपुर में मौसम कार्यालय ने कहा कि राजस्थान के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई। रविवार से सोमवार सुबह तक अलवर में बहरोड़ में अधिकतम 195 मिमी, नीमराना में 190 मिमी, बानसूर में 136 मिमी, मंडावर में 124 मिमी, बुहाना (झुंझुनू) में 117 मिमी और लाडपुरा (कोटा) में 101 मिमी बारिश हुई। इस दौरान कई अन्य स्थानों पर 100 मिमी से कम बारिश दर्ज की गई।
कैसा रहा पंजाब और हरियाणा में मौसम : हरियाणा में, राज्य के अधिकांश स्थानों पर भारी बारिश से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ, जिससे सड़कों और गलियों में पानी भर गया। गुरुग्राम, झज्जर, बहादुरगढ़, कैथल, फरीदाबाद, रेवाड़ी, सोनीपत, अंबाला, भिवानी, पलवल, फतेहाबाद, रोहतक और पंचकूला में बारिश दर्ज की गई।
केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में भी बारिश हुई, जहां अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री कम 27.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पंजाब में, लुधियाना और पटियाला में, जहां बारिश हुई, अधिकतम तापमान क्रमशः 27.9 डिग्री सेल्सियस और 27.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अमृतसर में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 31.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि बठिंडा का अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
उत्तराखंड में उफान पर नदियां : उत्तराखंड में, गंगा, यमुना, भागीरथी, अलकनंदा, मंदाकिनी, पिंडर, नंदाकिनी, टोंस, सरयू, गोरी, काली और रामगंगा सहित राज्य की अधिकांश नदियां पिछले तीन दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश के बाद उफान पर हैं। भारी बारिश के कारण भूस्खलन भी हुआ और कई जगहों पर मलबा सड़कों पर आ गया। नतीजतन, उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग विभिन्न बिंदुओं पर अवरुद्ध हो गए।
उत्तरकाशी-लम्बगांव मोटर मार्ग पर एक पुल भी बह गया जिससे बारागद्दी और धौंतरी क्षेत्र के कई गांवों का सम्पर्क जिला मुख्यालय से कट गए।
देहरादून जिले के विकासनगर क्षेत्र में रविवार शाम चिब्रो जलविद्युत परियोजना की सुरंग में फंसे दो मजदूर अभी भी वहीं फंसे हुए हैं। कलसी थाना प्रभारी ऋतुराज सिंह ने कहा कि उन्हें बचाने के प्रयास जारी हैं लेकिन उनके बचने की संभावना कम है।
पश्चिम यूपी में बरसा पानी : उत्तर प्रदेश में, राज्य के पूर्वी हिस्से में कई स्थानों पर और पश्चिमी क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम मानसूनी बारिश हुई। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 20 जुलाई को राज्य में छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।