Weather Update India : दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और इससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित हो गया है। बंगाल की मध्य खाड़ी और उससे सटे उत्तर अंडमान सागर की ओर लगभग उत्तर की ओर बढ़ते हुए एक चक्रवाती तूफान के रूप में तीव्र होने की संभावना है। एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र तमिलनाडु तट के पास बंगाल की उत्तर पश्चिमी खाड़ी पर बना हुआ है।
पिछले 24 घंटों के दौरान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, सिक्किम, असम में हल्की से मध्यम बारिश हुई। उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी भी चली।
हिमाचल प्रदेश में सोमवार को भारी हिमपात हुआ। बर्फबारी की वजह से अटल टनल के पास 500 वाहन देररात तक बर्फ में फंस गए। पिछले 3 दिन में रोहतांग में 30, कोकसर में 15 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई।
अगले 24 घंटों में कैसा रहेगा मौसम : मौसम एजेंसी स्कायमेट वेदर के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान, जम्मू कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी की संभावना है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के दक्षिणी हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश संभव है। धीरे-धीरे यह पूरे अंडमान और निकोबार द्वीप समूह को कवर कर लेगा।
दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर में समुद्र की स्थिति बहुत खराब से बहुत खराब रहेगी तथा समुद्र में ऊंची लहर उठेंगे। आंतरिक तमिलनाडु, दक्षिण और तटीय कर्नाटक, केरल और मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। ओडिशा, दक्षिण छत्तीसगढ़, मध्य उत्तर प्रदेश, लक्षद्वीप, तेलंगाना, विदर्भ, मराठवाड़ा और आंध्र प्रदेश में हल्की बारिश संभव है।
चारधाम यात्रा में बर्फबारी : चारधाम यात्रा के दौरान अब तक 21 श्रद्धालु अपनी जान गंवा चुके है। केदारनाथ में 8 यात्री, यमुनोत्री में 6, गंगोत्री में 4, बद्रीनाथ में 3 यात्री मारे जा चुके है। केदारनाथ धाम यात्रा मौसम की दुश्वारी के बावजूद अपने उफान पर है। 25 अप्रैल से शुरू हुई इस यात्रा में प्रतिकूल मौसम के बाद भी रविवार तक 1 लाख 74 हजार 601 यात्री बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं। यात्रियों की सुरक्षा के लिए डीडीआरएफ, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, वाईएमएफ एवं पुलिस के जवान हर समय तैनात किए गए हैं।
मोचा को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार सख्त : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को चक्रवात मोचा को लेकर लोगों को आश्वासन दिया कि आवश्यक एहतियाती कदम उठाए गए हैं और घबराने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि चक्रवात के राज्य में आने का अनुमान नहीं है। उन्होंने कहा कि चक्रवात से घबराने की कोई बात नहीं है... हो सकता है कि यह पश्चिम बंगाल में दस्तक नहीं दे। लेकिन राज्य के तटीय इलाकों को सतर्क रहने को कहा गया है। एहतियात के तौर पर 10 और 11 मई को सुंदरबन और दीघा में अलर्ट जारी किया गया है।
बनर्जी ने कहा कि 11 मई को चक्रवात मोचा बांग्लादेश-म्यांमा तट की ओर बढ़ेगा। हालांकि, राज्य के लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, हमने सचिवालय के साथ-साथ कई जिलों में नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं। चक्रवात की तैयारियों पर चर्चा के लिए एक बैठक भी हुई। मछुआरों को भी समुद्र में न जाने को कहा गया है।