नई दिल्ली। एक तरफ दिल्ली वासी कोरोनावायरस के कहर से परेशान है, वहीं सर्दी ने भी उनकी परेशानी बढ़ा दी है। मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार यानी 20 नवंबर को सर्दी ने पिछले 14 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
राजधानी में न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री दर्ज किया गया, जो कि सामान्य से 5 डिग्री कम है। दूसरी ओर, दिल्ली से
लगे पंजाब और हरियाणा में तापमान सामान्य से कम रहा।
मौसम विभाग के मुताबिक 29 नवंबर 2006 के बाद यह पहला अवसर है जब राजधानी का तापमान इतना कम (7.5 डिग्री) हुआ है। तब न्यूनतम तापमान 7.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग के मुताबिक इस मौसम में पहली बार शीत लहर के आसार बन रहे हैं।
लोगों ने ली रैन बसेरों में शरण : शीत लहर का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि ठंड के चलते लोगों ने सराय काले खां स्थित रैन बसेरे में रात को शरण ली। आपको बता दें कि दिल्ली में पिछले साल नवंबर में तापमान 11.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जबकि नवंबर में सबसे कम न्यूनतम तापमान 3.9 डिग्री सेल्सियस 28 नवंबर 1938 को दर्ज किया गया था।
स्काईमेट के मुताबिक दिल्ली और एनसीआर के कुछ शहरों में शीतलहर जैसी स्थितियां बन गईं। आमतौर पर दिल्ली में 10 डिग्री से नीचे तापमान दिसंबर के पहले सप्ताह में देखने को मिलता है। 2018 और 2019 में दिल्ली के सफदरजंग मौसम केंद्र पर नवंबर महीने में सबसे कम तापमान 10 डिग्री से नीचे नहीं पहुंचा था। 2018 में नवंबर महीने का सबसे कम तापमान 10.5 डिग्री और 2019 में 11.4 डिग्री रहा था।
इसलिए बढ़ी ठंड : उत्तर भारत में जम्मू कश्मीर के पास बने पश्चिमी विक्षोभ के आगे जाने की वजह से उत्तर पश्चिमी ठंडी हवाएं दिल्ली सहित उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में पहुंची और तापमान में गिरावट आई है। आज भी तापमान सामान्य से नीचे रहेगा। आज भी न्यूनतम तापमान 7 से 8 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया जा सकता है।