नई दिल्ली। 2022 की विदाई करीब है। दिसंबर के 12 दिन गुजर चुके हैं लेकिन लोगों को अभी भी ठंड का इंतजार है। दिसंबर के पहले पखवाड़े तक पहाड़ी राज्यों में जमकर बर्फबारी होती है। हालांकि इस बार उत्तराखंड को अभी तक तेज बर्फबारी नहीं हुई है। राज्य के हिल स्टेशनों को न्यूनतम तापमान 4 से 5 डिग्री ज्यादा बना हुआ है। हिमाचल में ज्यादा ऊंचाई वाले इलाकों में ही बर्फबारी हुई है।
क्यों कम हो रही है बर्फबारी : मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इस बार विक्षोभों की ऊचाई बहुत ज्यादा होने की वजह से उत्तराखंड के पहाड़ों से नहीं टकरा रहे हैं। भूमध्यसागर के विक्षोग कश्मीर में बर्फबारी कर मध्य एशिया की ओर जा रहे हैं। इस वजह से हिमाचल और उत्तराखंड में बर्फबारी कम हो रही है।
मौसम विभाग को उम्मीद है कि भूमध्यसागर में बन रहे शक्तिशाली विक्षोभों की वजह से उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में जल्द ही बर्फबारी होगी और इसके बार उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों के साथ ही मध्यभारत में भी मौसम गिर सकता है।
मौसम एजेंसी स्काईमेट के अनुसार, पहाड़ों पर सक्रिय कमजोर वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से ठंडी हवाओं का राजधानी में आने का सिलसिला रुक गया है। उत्तर पश्चिमी हवाओं में उत्तर पश्चिमी भारत के दिन और रात के तापमान को नीचे लाने के लिए पर्याप्त सर्दी नहीं होगी। इसलिए हमें लगता है कि दिल्ली समेत उत्तर पश्चिम भारत में सर्दी के तेज होने के लिए दिसंबर के तीसरे सप्ताह तक इंतजार करना होगा।
इन राज्यों में बारिश : स्काईमेट के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान, तमिलनाडु, दक्षिण आंध्र प्रदेश और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कहीं-कहीं भारी भारी बारिश हुई। मध्य प्रदेश, केरल और आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। तटीय कर्नाटक में हल्की बारिश हुई।
मध्य महाराष्ट्र, तटीय आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में कुछ स्थानों पर हल्की से बहुत हल्की बारिश हुई। हवा की गति बढ़ने से दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक सुधरकर मध्यम श्रेणी में आ गया है।