स्कूल में एक लंबा दिन बिताने के बाद, 16 साल की संगीता सेकर घर आकर अपनी पीली जर्सी और फुटबॉल के जूते पहन लेती है। अगला काम प्रेक्टिस के लिए जाना होता है। झुग्गियों में पली इस लड़की की कहानी हो रही है सोशल मीडिया पर जबरदस्त वायरल।
फोटो सौजन्य : सोशल मीडिया
चेन्नई के इग्मोर में वॉल टैक्स रोड की झुग्गियों में पली संगीता को फुटबॉल में बचपन से ही रूचि थी। लड़कों के साथ खेलते हुए उसने कभी लोगों के कहने की चिंता नहीं की। यह लड़की अब स्कॉटलैंड के ग्लासगो के स्टेडियम में बेघर लोगों के वर्ल्डकप में खेलने के लिए पूरी तरह तैयार है। होमलेस वर्ल्डकप 10 जुलाई को शुरू हो रहा है।
सालाना होने वाले इस वर्ल्डकप में खेलने वाली टीमों के सभी सदस्य आर्थिक रूप से पिछड़े घरों के होते हैं। 64 देशों के इन खिलाड़ियों में से एक संगीता भी है। भारत से कुल 20 लोगों को इस टीम के लिए चुना गया है।
संगीता की मां उसके खेलने के खिलाफ थीं। वह एनजीओ जाने का कहकर फुटबॉल की प्रेक्टिस करती रही। जब वह सबसे अच्छे खिलाड़ी की ट्रॉफी लेकर घर पहुंची उसकी मां काफी खुश हुईं। संगीता के पिता उसके परिवार को छोड़ चुके हैं।