नई दिल्ली। कोई भी व्यक्ति जब कोई पूजा-अनुष्ठान करवाता है या फिर किसी मंदिर में जाता है तो वहां पूजा करवाते समय पंडित या पुजारी आपका गोत्र पूछता है। इसी तरह कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी को जब किसी मंदिर में जाते होंगे तो वे अपना गोत्र क्या बताते होंगे? इस बात को लेकर सभी को जिज्ञासा रहती है।
आपको बता दें कि राहुल गांधी अपना गोत्र कश्यप बताते हैं। मंगलवार यानी 28 नवंबर 2022 को जब राहुल गांधी 12 ज्योतिर्लिंगों में से मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन करने गए थे। जब पुजारी रमण त्रिवेदी ने पूजा करवाते समय राहुल से उनका गोत्र पूछा तो उन्होंने अपना गोत्र कश्यप बताया।
कश्यप गोत्र क्यों? : कश्यप गोत्र के बारे में मान्यता है कि यदि किसी व्यक्ति को अपना गोत्र नहीं मालूम है तो वह अपना गोत्र कश्यप बता सकता है। इनमें ब्राह्मणों समेत सभी जातियों के लोग अपना गोत्र कश्यप बता सकते हैं। भारत कई कई जातियों में तो कश्यप उपनाम (सरनेम) के तौर पर उपयोग किया जाता है। जहां तक गोत्र का सवाल है तो वह अलग-अलग ऋषियों के नाम पर होते हैं। जैसे- गौतम, भरद्वाज, अत्री, मरीचि, शांडिल्य आदि।