प्रयागराज। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि की मौत को पुलिस प्रारंभिक तौर पर आत्महत्या मानकर चल रही है। वहीं, उनके कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। बताया जा रहा है कि यह सुसाइड नोट 7-8 पेज का है, वहीं कहीं-कहीं 12 पेज का भी बताया जा रहा है।
पुलिस के मुताबिक महंत का यह सुसाइड नोट वसीयत की तरह है तथा इसमें विवादित शिष्य आनंद गिरि के साथ ही आद्या तिवारी और संदीप तिवारी का भी नाम है। इस बीच, आनंद और आद्या को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। बताया जा रहा है कि इन नामों के अलावा महंत के सुसाइड नोट में रह भी लिखा है- मैं सम्मान से जिया, अपमान से नहीं जी पाऊंगा, इसलिए आत्महत्या कर रहा हूं।
हालांकि यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि सुसाइड नोट की लिखावट नरेन्द्र गिरि की ही है या फिर किसी और की। वहीं, शिष्य आनंद गिरि ने भी हिरासत में लिए जाने से पूर्व एक वीडियो में दावा किया कि गुरुजी आत्महत्या नहीं कर सकते, उनकी हत्या की गई है। आनंद के मुताबिक उन्हें इस पूरे मामले में फंसाने की कोशिश की जा रही है।
महंत नरेंद्र गिरि के शव का मंगलवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा। वहीं, यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।