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कौन है आस्‍था खन्‍ना जो फि‍ल्‍मों में अंतरंग दृश्‍यों के लिए करती हैं कोऑर्डिनेटर का काम?

हमें फॉलो करें कौन है आस्‍था खन्‍ना जो फि‍ल्‍मों में अंतरंग दृश्‍यों के लिए करती हैं कोऑर्डिनेटर का काम?
, रविवार, 8 अगस्त 2021 (15:36 IST)
कुछ वक्‍त पहले भारत की हिंदी बॉलीवुड फि‍ल्‍मों में अंतरंग या इंटीमेट दृश्‍य नहीं हुआ करते थे, ऐसे दृश्‍यों के लिए दो फूलों का मिलना या बारिश में बिजली का चमकना दिखाया जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है। अब हर फि‍ल्‍म में और वेबसीरीज में ऐसे दृश्‍यों की भरमार है।

इन फि‍ल्‍मों को कैसे शूट करना है, क्‍या दिखाना है और क्‍या नहीं, यह सब अब फि‍ल्‍म बनाने का हिससा हो गया है। ऐसे में ऐसे दृश्‍यों के एक्‍सपर्ट को भी हायर किया जा रहा है। इंटीमेट सीन्‍स को फि‍ल्‍माने के लिए को-ऑर्डिनेटर रखे जा रहे हैं, जो तय करते हैं कि किसी फि‍ल्‍म में सेक्‍स सीन क्‍या और कैसे होना चाहिए।

आजकल ऐसी ही एक कोऑर्डिनेटर का नाम सुर्खि‍यों में है, जो यही सब काम करती हैं। उनका नाम है आस्‍था खन्‍ना।

आस्‍था खन्‍ना भारतीय फिल्मों के लिए इंटीमेट सीन्स कोरियोग्राफ करती हैं। वह इंटिमेसी कोऑर्डिनेटर हैं। आस्‍था फिल्मों में डायरेक्टर को असिस्ट भी करती हैं। वे फिल्म ‘बदलापुर’, ‘स्टूडेंट्स ऑफ द ईयर 2’, ‘अंधाधुन’ में असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम कर चुकी हैं।

आस्था खन्ना, भारत की पहली और इकलौती सर्टिफाइड इंटिमेसी कोऑर्डिनेटर हैं। आस्था ने अमेरिका के लॉस एंजिल्स स्थित इंटिमेसी प्रोफेशनल्स एसोसिएशन से इंटिमेसी कोऑर्डिनेशन का 16 हफ्ते का कोर्स कर रखा है। जिस प्रोफेशन के बारे में कोई नहीं जानता था, उसके जरिए आस्था ने फिल्म इंडस्ट्री में अपना एक नाम बना डाला। यह एक बहुत ही पेचीदा काम है, लेकिन आस्था के काम से दर्शकों को शायद अंदाजा हो जाए कि इंटिमेसी कोऑर्डिनेटर की आवश्यकता इंडस्ट्री में क्यों है कितनी ज्‍यादा होती है।

उनका यह काम बहुत ही चैलेंज से भरा है। उन्हें कई बार कलाकारों की नाराजगी का भी सामना करना पड़ता है। कई बार एक्टर्स इंटीमेट सीन करने से मना कर देते हैं और तब उन्हें जिम्मेदारी दी जाती है कि वह सीन को करने के लिए एक्टर को तैयार करें।

आस्‍था का काम है कि वो कहानी की मांग के मुताबि‍क इंटीमेट सीन के लिए एक्‍टर्स को तैयार करें और उन्‍हें वैसा दिखाए जैसा डायरेक्‍टर चाहता है। दरअसल, कई एक्‍टर्स ऐसे दृश्‍य फि‍ल्‍माने के लिए तैयार नहीं होते हैं, जबकि कुछ ऐसे रोल करने में सहज होते हैं। कई एक्टर इसके लिए अपने बॉडी डबल का भी इस्तेमाल कर हैं।

आज फि‍ल्‍मों में बगैर इंटीमेट सीन्‍स को फि‍ल्‍माएं कहानी पूरी नहीं होती है, कई बार कहानी की मांग होती है। चाहे वो लव स्‍टोरी हो या संबंधों पर आधारित कोई कहानी। ऐसे में आस्‍था खन्‍ना वो नाम है जो ऐसी फि‍ल्‍मों में सेक्‍स सीन और इंटीमेट सीन को शूट करने के लिए काम करती है।

अगर यूं कहा जाए कि हिंदी फि‍ल्‍मों में इंटीमेट सीन का कोऑर्ड‍िनेटर होना भी अब एक कॅरियर है तो गलत नहीं होगा।

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