Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

कौन है 'सुलगती दिल्ली' का गुनहगार..?

हमें फॉलो करें कौन है 'सुलगती दिल्ली' का गुनहगार..?
, बुधवार, 26 फ़रवरी 2020 (15:48 IST)
सदियों से भारत की पहचान रही दिल्ली, दिलवालों की दिल्ली, भारत की सत्ता का केन्द्र दिल्ली। ऐसे और भी कई विशेषण हो सकते हैं, जिनसे दिल्ली को पहचाना जाता है। यहां की मिलीजुली संस्कृति पर लोग गर्व भी करते हैं, लेकिन यही दिलवालों की दिल्ली अचानक से 'दंगेवालों' की दिल्ली हो गई है।

आखिर ऐसा क्या हो गया कि देश का ‍'दिल' ही सुलगने लगा। ...और जब दिल सुलगता है तो स्वाभाविक रूप से इसका असर पूरे 'शरीर' पर पड़ना लाजिमी है। जो हुआ बिलकुल भी अच्छा नहीं हुआ। लेकिन, हर किसी के मन में एक सवाल जरूर है कि आखिर दिलवाली दिल्ली में हिंसा का गुनहगार है कौन?

दरअसल, दिल्ली हिंसा की 'चिंगारी' तो नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध प्रदर्शन के साथ ही निकलने लगी थी। लेकिन, इस पूरे मामले की देश की खुफिया एजेंसियों को भनक तक नहीं लग पाई या फिर कहें कि पूरे मामले में लापरवाही बरती गई।

यदि सही समय पर सूचना मिल जाती और साझा कर दी जाती और सही कदम उठा लिया जाता तो शायद स्थिति यहां तक नहीं पहुंचती। राजनेताओं के बयानों ने इस चिंगारी को और भड़काने का ही काम किया। चाहे फिर वह देशद्र‍ोहियों को गोली मारने की बात हो या फिर 100 करोड़ पर 15 करोड़ के भारी पड़ने की बात हो। नेता का दायित्व ही चीजों को संभालना होता है, बिगाड़ना नहीं।

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तो अपने ताजा बयान में गृहमंत्री अमित शाह को निशाने पर ले लिया है और उनका इस्तीफा भी मांग लिया। उनका कहना है कि दिल्ली सुलगती रही, 3 दिन तक अमित शाह क्या करते रहे? उन्होंने दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार को भी नहीं बख्शा। केजरीवाल से भी उन्होंने यही सवाल पूछ लिया कि वे कहां थे और क्या कर रहे थे। सच भी है, गृहमंत्री होने के नाते शाह अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते।

सोनिया गांधी का बयान भले ही राजनीतिक हो सकता है, लेकिन इस बार से बिलकुल भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि पूरे मामले में पुलिस और प्रशासन की लापरवाही ज्यादा दिखाई दी। दिल्ली पुलिस पर तो चौतरफा आरोप भी लगे कि हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में पुलिस कहीं नजर ही नहीं आई।

सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि खुफिया एजेंसियों का यह फेल्युअर ऐसे समय में सामने आया जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप परिवार सहित भारत के दौरे पर थे। कल्पना कीजिए एक कंकर भी उनकी तरफ उछल जाता तो भारत की पूरी दुनिया में किरकिरी हो जाती।

वैसे किरकिरी तो हिंसा को लेकर भी खूब हो रही है। मोदी जी ने लोगों से शांति की अपील भी कर दी है, उम्मीद करें जल्द ही सब कुछ शांत हो जाए और दिलवालों की दिल्ली में एक बार फिर लोगों की जिंदगी पटरी पर आ जाए। आमीन..!

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

मैक्सिको ओपन टेनिस टूर्नामेंट में नडाल ने आसान जीत के साथ वापसी की