जम्मू। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा आज शाम पौने छह बजे जम्मू कश्मीर के प्रवेशद्वार लखनपुर से प्रदेश में प्रवेश करेगी। यह 23 जनवरी तक जम्मू में ही रहेगी पर उसके आगे का कार्यक्रम अभी तक सुरक्षा कारणों से न ही तय किया गया है और न ही सार्वजनिक किया गया है।
अधिकारियों का कहना है कि केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा क्लीरेंस मिलने के बाद यात्रा का अगला रूट सार्वजनिक किया जाएगा।
भारत जोड़ो यात्रा 19 जनवरी की शाम पंजाब से लखनपुर (जम्मू कश्मीर) में प्रवेश करेगी। शाम 5.45 बजे से 6.15 बजे के बीच महाराजा गुलाब सिंह की प्रतिमा के पास ध्वजारोहण समारोह होगा। रात में रुकने के बाद राहुल गांधी 20 जनवरी को सुबह सात बजे कठुआ के हटली मोड़ से यात्रा की अगुवाई करेंगे और चढ़वाल में रात को यात्रा रुकेगी।
जम्मू में 23 जनवरी को यात्रा का पहुंचना प्रस्तावित है। यहां सतवारी चौक पर सुबह 11 बजे मुख्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस बीच बुधवार देर शाम को एसपीजी (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) के सदस्यों के साथ प्रशासनिक और पुलिस उच्चाधिकारियों ने सतवारी चौक, सिद्दड़ा और शीतली आयोजन स्थलों का निरीक्षण किया।
बताया जाता है कि जम्मू में कार्यक्रम के दौरान एकतरफा हाईवे खोला रखा जाएगा, जिसमें दोनों तरफ से आवाजाही होगी। सतवारी चौक पर एसपीजी समूह ने सुरक्षा सहित अन्य पहलुओं को देखा और संतुष्टि जताई। सतवारी चौक के थोड़ा पीछे गुरुद्वारे के पास मुख्य सड़क पर मुख्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यहां 22 जनवरी की रात को स्टेज तैयार की जाएगी। जिसमें राहुल गांधी संबोधित करेंगे। यहां कार्यक्रम के बाद सिद्दड़ा के वन सुरक्षा बल के मैदान पर रात्रि में यात्रा को ठहराया जाएगा।
21 जनवरी को रुकने के बाद 22 जनवरी को हीरानगर से डुग्गर हवेली नानक चक्क (21 किमी.) यात्रा होगी। विजयपुर से सतवारी तक 23 जनवरी को यात्रा पहुंचेगी और रात्रि सिद्दड़ा जम्मू में रुकेगी। जम्मू में सतवारी चौक पर एक रैली की योजना भी है।
हालांकि 24 जनवरी को नगरोटा चेक पोस्ट के पास शीतली प्लांट से राहुल गांधी की अगुवाई में यात्रा को आगे बढ़ाया जाएगा जिसमें 5.5 पैदल किमी. का सफर तय किया जाएगा। यात्रा नगरोटा के पुराने रूट से आगे बढ़ेगी। पर इसके आगे सुरक्षा के खतरों को मद्देनजर रखते हुए कोई फैसला अभी तक नहीं लिया गया है।
लाल सिंह को न्यौते पर बवाल : भारत जोड़ो यात्रा में कठुआ दुष्कर्म के आरोपियों का समर्थन करने वाले पूर्व मंत्री लाल सिंह को दिए न्यौते पर बवाल थमा नहीं है। हालांकि इस मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एतराज जताया है तो पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का कहना था कि कोई भी इस यात्रा में शामिल हो उन्हें फर्क नहीं पड़ता वे तो बस राहुल गांधी के समर्थन में हैं। हालांकि इस न्यौते के विरोध में प्रदेश कांग्रेस की प्रवक्ता दीपिका पुष्कर नाथ अपना इस्तीफा दे चुकी हैं।
यह सच है कि भारत जोड़ो यात्रा के प्रदेश में प्रवेश से पहले ही सियासी बवाल भी मचा हुआ है। हालांकि जम्मू कश्मीर कांग्रेस ने अपना बयान जारी किया है और कहा कि, वो कठुआ दुष्कर्म पीड़िता के परिवार के साथ हैं।