प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के साथ बैठक की। जिसमें दुनियाभर का दौरा करके आए लगभग सभी सांसदों ने भाग लिया। ये सभी सांसद दुनिया के कई देशों में पाकिस्तान और आतंकवाद की पोल खोलने गए थे। दुनिया को यह बताने गए थे कि कैसे पाकिस्तान आतंकवाद और आतंकी को पनाह दे रहा है। डेलिगेशन के सभी सदस्यों ने पीएम मोदी से मुलाकात की। हालांकि AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी इस बैठक में शामिल नहीं हुए। वे पीएम मोदी से नहीं मिले। ओवैसी की इस गैरहाजिरी ने लोगों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं। हालांकि ओवैसी ने बताया बैठक में शामिल न होना उनकी व्यक्तिगत मजबूरी थी।
दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने डेलिगेशन समूह के उन सभी सदस्यों से मुलाकात की जो दुनियाभर में पाकिस्तान के खिलाफ भारत का पक्ष रखकर वापस लौटे। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा पीएम ने सभी का व्यक्तिगत रूप से आभार जताया।
मोदी से क्यों नहीं मिले ओवैसी : डेलिगेशन की इस बैठक में ओवैसी की गैरहाजिरी ने उन पर कई सवाल खड़े कर दिए। लोगों के सभी सवालों का जवाब देते हुए ओवैसी ने बैठक में शामिल न होने का कारण बताया। उन्होंने कहा कि मैं देश से बाहर हूं। मुझे मेडिकल इमरजेंसी के कारण दुबई जाना पड़ा। मेरे रिश्तेदार और बचपन के दोस्त की तबीयत खराब होने के कारण मुझे अचानक जाना पड़ा। मैंने अपने प्रतिनिधिमंडल के नेता बैजयंत पांडा को इस बारे में सूचित कर दिया था। उन्होंने लोगों को स्पष्ट किया कि बैठक में न शामिल होना उनकी व्यक्तिगत मजबूरी थी, न की वह राजनीतिक कारणों की वजह से वह इस बैठक में शामिल नहीं हुए।
क्या कहा शशि थरूर ने : प्रधानमंत्री मोदी की इस बैठक का मकसद सिर्फ लोगों से उनकी डेलीगेशन को लेकर राय जानना था। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने पीएम को बताया कि उन्होंने जिस-जिस देश का दौरा किया, उन लोगों को यह विचार काफी पसंद आया। थरूर ने कहा कि हम सभी ने पीएम को सुझाव दिए कि इस तरीके के विचार को आगे भी अपनाया जाए। उन्होंने कहा कि पीएम के साथ यह बहुत ही इनफॉर्मल मीटिंग थी। हम सब अनौपचारिक तरीके से बात कर रहे थे और अपने-अपने विचार साझा कर रहे थे।
Edited By: Navin Rangiyal