नई दिल्ली। तीनों कृषि कानून वापस लेने के बाद अब केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार को आने वाले समय में नए तरह के 'प्रेशर' का सामना करना पड़ सकता है। आईएमआईएम नेता ओवैसी ने जहां सीएए का मुद्दा उठाया है, वहीं भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधा है।
कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले के बाद भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट करते हुए लिखा- क्या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अब यह भी मानेंगे कि चीन ने हमारे क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है। क्या मोदी और उनकी सरकार चीन के कब्जे में एक-एक इंच वापस पाने का प्रयास करेंगे?
स्वामी की टिप्पणी पर लोगों ने भी अलग-अलग प्रतिक्रिया दी। अश्वथामा नामक ट्विटर हैंडल पर लिखा गया- सर, आपको यह मुद्दा उच्च स्तर पर उठाना चाहिए। आपको सिर्फ ट्विटर तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि कृषि कानून, देवस्थानम बोर्ड, चीन का अवैध कब्जा आदि मुद्दों पर इंटरव्यू देने चाहिए।
इसी तरह रामचंद्र दुबे ने लिखा- पता नहीं.... पर अब एक सवाल जरूर खड़ा हो गया.... जैसा विपक्ष कह रहा था क्या सच में ये कानून काला ही था... जो इसको वापस लेना पड़ा.... और क्या क्या काला है....
सीएए पर बोले ओवैसी : दूसरी ओर, असदुद्दीन ओवैसी ने सीएए कानून की वापसी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि सरकार ने कृषि कानूनों को रद्द करने का फैसला देरी से लिया है। यह किसान आंदोलन और किसानों की सफलता है। आगामी चुनावों के मद्देनजर केन्द्र सरकार ने यह फैसला लिया है।