नई दिल्ली। संसद में कृषि विधेयकों के पारित होने के बाद अकाली दल और भाजपा के बीच मतभेद गहरा गए हैं। हरसिमरत कौर के मंत्री पद से इस्तीफे के बाद यह सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या अकाली दल एनडीए से भी अलग हो जाएगा।
अकाली दल द्वारा केंद्र सरकार से समर्थन वापस लेने संबंधी सवाल पर सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) ने कहा है कि पार्टी की बैठक में इस बात का फैसला किया जाएगा।
इससे पहले अकाली दल की नेता और केंद्रीय कैबिनेट में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने गुरुवार को कृषि अध्यादेशों के विरोध में मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि मैं उस सरकार का हिस्सा नहीं रहना चाहती जो किसानों की आशंकाओं को दूर किए बिना कृषि क्षेत्र से जुड़े विधेयक लेकर आई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि से जुड़े विधेयकों को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि किसानों को भ्रमित करने में बहुत सारी शक्तियां लगी हुई हैं और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) और सरकारी खरीद की व्यवस्था बनी रहेगी तथा अन्नदाता सशक्त होंगे
गौरतलब है कि केंद्र सरकार संसद के मौजूदा मानसून सत्र में किसानों से संबंधित कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा प्रदान करना) विधेयक, 2020, कृषक (सशक्तिकरण और संरक्षण) मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक और आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक, 2020 लेकर आई है। आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक मंगलवार को लोकसभा से पारित हो गया है।