नई दिल्ली। राफेल मामले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पर आरोप लगाते आए हैं। इस मामले पर महिला आयोग ने राहुल गांधी की एक टिप्पणी को लेकर नोटिस जारी किया है।
यह नोटिस उनके उस बयान को लेकर जारी किया गया जिसमें उन्होंने नरेंद्र मोदी को एक महिला के पीछे छिपे होने की बात कही थी। दरअसल, बुधवार को एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने राफेल मामले को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा था और कहा था कि वो एक महिला के पीछे छिप रहे हैं। राहुंल गांधी ने कहा था, प्रधानमंत्री भाग गए और महिला को (रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण) उनको बचाने के लिए कहा।
राहुल गांधी से मांगी गई सफाई
इस बयान के बाद प्रधानमंत्री मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सहित कई लोगों ने राहुल गांधी की आलोचना की और अब इसी बयान को लेकर महिला आयोग ने राहुल गांधी को नोटिस जारी किया है।
इस मामले पर बात करते हुए महिला आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने कहा, हमले राहुल गांधी से उनके बयान को लेकर सफाई मांगी है। उनकी तरफ से दिया गया बयान गलत था। इसलिए हमने उनको नोटिस भेजा है।
इससे पहले बुधवार को रेखा शर्मा ने ट्वीट करते हुए कहा था, 'एक महिला से कहा था, 'मेरी रक्षा कीजिए' राहुल गांधी के इस बयान का मतलब है? क्या वो ये सोचते हैं कि महिला कमजोर हैं?
बुधवार को जयपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा था, आधी रात को सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा को उनके पद से हटा दिया जाता है। अब सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें दोबारा पद पर स्थापित किया है। हम राफेल डील में जांच चाहते हैं। हम चाहते हैं कि सरकार इस मामले में एक JPC गठित करे।
राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा, '56 इंच की छाती वाले पीएम लोकसभा में एक मिनट के लिए भी नहीं आ पाए। जबकि डिफेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण जी ढाई घंटे तक सदन में बोलती रहीं लेकिन हमने उनके हर झूठ का पर्दाफाश कर दिया। उन्होंने हमारे सवालों का कोई जवाब नहीं दिया।' राहुल गांधी ने कहा था, 'पीएम जनता की अदालत से भाग गए और कहा सीतारमण जी मुझे बजाओ, आप हमें बचाओ, लेकिन वो ढाई घंटे के भाषण में उन्हें नहीं बचा सकीं।'