लखनऊ। उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर आवश्यकता पड़ी तो नेशनल रजिस्टर सिटीजन्स (NRC) यूपी में भी लागू किया जा सकता है। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में आदित्यनाथ ने कहा कि असम में जिस तरह से NRC को लागू किया गया वो हमारे लिए एक अच्छा उदाहरण बन सकता है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के अपने राज्य में NRC लागू करने के ऐलान के बाद अब यूपी के सीएम योगी का यह बयान आया है। दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने राजधानी दिल्ली में एनआरसी लागू करने की बात कही थी।
अखबार को दिए इंटरव्यू में योगी ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो हम उत्तर प्रदेश (UP) में भी NRC लागू करेंगे। यह राष्ट्र सुरक्षा के लिए काफी जरूरी है। इससे गरीबों के अधिकारों को छीन रहे घुसपैठियों को रोकने में मदद मिलेगी।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 'कोर्ट के आदेश को लागू करना एक साहसिक और महत्वपूर्ण निर्णय है। मैं मानता हूं कि हम लोगों को प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को इसके लिए बधाई देना चाहिए। यह चरणबद्ध तरीके से लागू हुआ और अगर जरूरत पड़ी तो हम उत्तरप्रदेश में भी ऐसा करेंगे।
योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या मामले पर कहा कि प्रत्येक व्यक्ति का कोर्ट में विश्वास है। कोर्ट का जो भी फैसला होगा, हमें स्वीकार होगा। हम कोर्ट के फैसले का सम्मान करने जा रहे हैं। आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
अगस्त में असम में राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर यानी NRC की अंतिम लिस्ट गृह मंत्रालय ने जारी की थी। इस लिस्ट में 19 लाख 6,657 लोगों के नाम नहीं हैं जबकि इस लिस्ट में अब 3 करोड़ 11 लाख 21 हजार लोगों के नाम हैं।
हालांकि असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा था कि जिन लोगों के नाम इस लिस्ट में नहीं हैं, उन्हें परेशान होने की आवश्यकता नहीं है वे फॉरेन ट्रिब्युनल कोर्ट में अपील कर सकते हैं।