Navratri mein kaun sa fal chadhana chahie: नवरात्रि का त्योहार मां दुर्गा की आराधना का पर्व है। इन नौ दिनों में मां के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। इस दौरान भक्तजन उपवास रखते हैं और देवी मां को तरह-तरह के भोग चढ़ाते हैं। भोग में सात्विक भोजन और फल सबसे महत्वपूर्ण होते हैं। मान्यता है कि कुछ विशेष फल मां को अतिप्रिय हैं और उन्हें भोग लगाने से देवी प्रसन्न होती हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही 5 फलों के बारे में जिनका भोग आप इस नवरात्रि मां को लगा सकते हैं।
1. केला: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, केला मां दुर्गा को बहुत प्रिय है। इसे भोग में शामिल करने से भक्तों को सुख-समृद्धि और आरोग्य का आशीर्वाद मिलता है। केले को भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी से भी जोड़ा जाता है, इसलिए इसे भोग में चढ़ाना अत्यंत शुभ माना जाता है। केले को भोग लगाते समय इस बात का ध्यान रखें कि वह साबुत हो, कटा हुआ न हो।
2. सेब: सेब, जो कि स्वास्थ्य और जीवन शक्ति का प्रतीक है, मां दुर्गा को भोग के रूप में चढ़ाने के लिए एक उत्तम फल है। इसे भोग में शामिल करने से मां दुर्गा भक्तों के जीवन में खुशहाली और सफलता लाती हैं। सेब का लाल रंग शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक है, जो देवी मां के स्वरूप को दर्शाता है।
3. अनार: शक्ति और उर्वरता का प्रतीक अनार भी देवी मां को बहुत प्रिय है। इसके लाल दाने देवी के रक्त बीज स्वरूप से जुड़े माने जाते हैं। अनार का भोग लगाने से भक्तों को धन-धान्य की प्राप्ति होती है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। नवरात्रि के दिनों में मां दुर्गा को अनार का भोग अवश्य लगाना चाहिए।
4. सीताफल: कहा जाता है कि सीताफल भगवान राम और देवी सीता से जुड़ा है, और इसी कारण यह देवी दुर्गा को भी प्रिय है। इसे शरीफा के नाम से भी जाना जाता है। सीताफल का भोग लगाने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और उन्हें जीवन में स्थिरता और शांति मिलती है।
5. पपीता: पपीता एक ऐसा फल है जो सभी मौसम में आसानी से उपलब्ध हो जाता है और यह स्वास्थ्य के लिए भी बेहद लाभकारी है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पपीता मां दुर्गा को भोग में चढ़ाने से भक्तों को अच्छी सेहत और लंबी उम्र का आशीर्वाद मिलता है। यह फल शुभता का प्रतीक माना जाता है और पूजा में इसका इस्तेमाल करना बेहद फलदायी होता है।
इन पांच फलों के अलावा, आप अपनी श्रद्धा के अनुसार मौसमी फलों का भी भोग लगा सकते हैं। भोग लगाते समय सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आपका मन स्वच्छ और पवित्र हो।
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