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आज के शुभ मुहूर्त

(चतुर्थी तिथि)
  • तिथि- चैत्र कृष्ण चतुर्थी
  • शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
  • व्रत/मुहूर्त-देवदर्शन
  • राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
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चैत्र नवरात्रि 2025 की अष्टमी तिथि कब रहेगी, क्या रहेगा पूजा का शुभ मुहूर्त?

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WD Feature Desk

, मंगलवार, 18 मार्च 2025 (13:13 IST)
Chaitra navratri 2025 ki ashtami kab hai 2025: चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होती है। यह वर्ष की 4 नवरात्रियों में से पहली और बड़ी नवरात्रि रहती है। चैत्र नवरात्रि हिंदू नववर्ष की शुरुआत का प्रतीक है। चैत्र नवरात्रि में नौवें दिन राम नवमी मनाई जाती है और उसके पहले अष्टमी रहती है जिसका खास महत्व माना गया है। चैत्र माह की नवरात्रि 30 मार्च 2025 रविवार से प्रारंभ होकर 6 अप्रैल को रामनवमी रहेगी। 7 अप्रैल को इसका समापन होगा। 4 अप्रैल को सप्तमी और 5 अप्रैल 2025 को दुर्गा अष्टमी यानी महाष्टमी रहेगी। कई घरों में महाष्‍टमी के दिन ही पारण हो जाता है जबकि कई घरों में महानवी को पारण होगा।ALSO READ: चैत्र नवरात्रि 2025 का प्रारंभ कब होगा, घट स्थापना का क्या है मुहूर्त?
 
घटस्थापना मुहूर्त- 30 मार्च 2025 को प्रात: 06:13 से सुबह 10:22 के बीच।
घटस्थापना अभिजीत मुहूर्त- 30 मार्च 2025 को दोपहर 12:01 से 12:50 के बीच।
अष्टमी तिथि- 05 अप्रैल 2025 शनिवार को शाम 07:26 तक रहेगी।
 
अष्टमी पर महागौरी की पूजा का मुहूर्त:-
प्रातः पूजा मुहूर्त: सुबह 04:35 से 06:07 तक।
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:59 से 12:49 तक।
विजय मुहूर्त: दोपहर 02:30 से 03:20 तक।
संध्या पूजा मुहूर्त: शाम 06:40 पी एम से 07:50 तक।
इस दिन रवि योग रहेगा।
 
1. कन्या भोज: जब व्रत के समापन पर उद्यापन किया जाता है तब कन्या भोज कराया जाता है। अष्‍टमी पर 9 कन्याओं को भोजन कराने के बाद छोटी कन्याओं को छोटे-छोटे पर्स में दक्षिणा रखकर लाल रंग के किसी भी गिफ्ट के साथ भेंट करें।
 
2. शनि मुक्ति के लिए करें पूजा: अष्टमी और नवमी तिथि पर शनि का भी प्रभाव रहता है। इस दिन माता की अच्छे से आराधना करने से शनि के प्रभाव से माता रक्षा करती हैं।
 
3. संधि पूजा: इस दिन माता रानी की प्रात: आरती, दोपहर आरती, संध्या आरती और संधि आरती करते हैं। संधि आरती अष्टमी तिथि के समापन और नवमी के प्रारंभ के समय करते हैं।
 

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