Saturn Transit in Pisces 2025: इस बार 30 साल बाद 29 मार्च 2025 शनिवार को 4 महासंयोग घटित होने वाले हैं। सारे ज्योतिषियों की नजर इस पर टिकी हुई है। माना जा रहा है कि इससे देश और दुनिया में बड़े परिवर्तन होने वाले हैं। इसी के साथ कुछ राशियों को लाभ होगा तो कुछ के जीवन में परेशानी खड़ी होगी। आओ जानते हैं कि कौनसे 4 योग संयोग बन रहे हैं और कौनसे 5 कार्य करने से होगा फायदा ही फायदा।
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1. मीन शनि योग: 29 मार्च को शनि ग्रह मीन राशि में गोचर करेगा। यह गोचर 29 की रात को 11 बजे होगा यानी इसका प्रभाव 30 मार्च से प्रारंभ होगा। इसी दिन शनि की सूर्य से युति भी बनेगी। यानी बृहस्पित की राशि में सूर्य ग्रहण और शनि और सूर्य की युति भी रहेगी।
2. सूर्य ग्रहण: 29 मार्च को वर्ष का पहला सूर्य ग्रहण भी होगा। इसी दौरान सूर्य कुंभ राशि से निकलकर मीन में गोचर करके शनि ग्रह से युति बनाएंगे। यानी यह ग्रहण मीन राशि में लगेगा। हिन्दू पंचांग के अनुसार 29 मार्च, दिन शनिवार को पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा, जो कि चैत्र कृष्ण अमावस्या के दिन लगेगा। तथा भारतीय समयानुसार सूर्य ग्रहण का समय अपराह्न 02 बजकर 21 मिनट से सायंकाल 06 बजकर 14 मिनट तक रहेगा।
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3. चैत्र नवरात्रि: मतांतर से चैत्र नवरात्रि 29 मार्च 2025 शनिवार को प्रारंभ हो रही है। कुछ लोग उदयातिथि के अनुसार 30 मार्च को प्रतिपदा मान रहे हैं। प्रतिपदा तिथि 29 मार्च को सुबह 06:57 पर प्रारंभ होगी और 30 मार्च को 03:19 तड़के समाप्त होगी।
नोट: 29 और 30 मार्च ऐसा समय है जबकि 2 बड़ी खगोलीय घटना के साथ ही 2 बड़े हिंदू त्योहार भी रहेंगे। गुड़ी पड़वा और चैत्र नवरात्रि। यह एक संक्रमण काल भी रहेगा जबकि मीन संक्रांति का काल चल रहा होगा। शास्त्रों के अनुसार सूर्य के धनु और मीन में होने पर सभी तरह के मांगलिक कार्य निशेध रहते हैं।
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5 कार्य अवश्य करेंगे तो होगा फायदा ही फायदा:-
1. पहला उपाय: सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर एक ही जगह बैठकर 51 बार हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे तो हनुमानजी की विशेष कृपा प्राप्त होगी और इसी के साथ ही आप ग्रहण और शनि के प्रभाव से बच जाएंगे।
2. दूसरा उपाय: इस दिन हनुमान मंदिर में जाकर आटे के दीपक जलाकर उनकी उपासना करें और शनि मंदिर में जाकर छायादान करें। एक कटोरी में सरसो का तेल भरकर उसमें अपना चेहरा देखें और कटोरी को शनि महाराज के चरणों में रख दें।
3. तीसरा उपाय: इस दिन गरीबों और दिव्यांगों को भरपेट भोजन कराएं। इससे बहुत लाभ होगा। यदि यह नहीं कर सकते हैं तो 11, 21, 51 या 108 गायों को एकसाथ हरा चारा खिलाएं।
4. चौथा उपाय: इस दिन पूरन पोली, श्रीखंड, और मीठे चावल बनाएं। पहले भगवान विष्णु और अपने इष्ट देव को भोग लगाएं और फिर खाएं और खिलाएं।
5. पांचवां उपाय: इस दिन माता दुर्गा को सुंदर सी चुनरी अर्पित करके उनकी मनपसंद का भोग उन्हें अर्पण करें और गरीब कन्याओं को भोजन कराएं या मीठा प्रसाद बांटें।