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आज के शुभ मुहूर्त

(चतुर्दशी तिथि)
  • तिथि- मार्गशीर्ष कृष्ण चतुर्दशी
  • शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
  • व्रत/मुहूर्त-मास शिवरात्रि, शिव चतुर्दशी
  • राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
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मां महागौरी की महाष्टमी 2022 : आज के 5 महासंयोग, 3 महामुहूर्त और 8 महाउपाय

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, सोमवार, 3 अक्टूबर 2022 (09:45 IST)
Maa mahagauri Durga ashtami 2022: शारदीय नवरात्रि में दुर्गा अष्टमी को महाष्टमी कहते हैं। इस दिन कई घरों में व्रत का पारण होता है और माता की विशेष पूजा के साथ ही हवन भी होता है। नवरात्रि की अष्टमी तिथि इस बार 3 अक्टूबर 2022 सोमवार के हैं। आओ जानते हैं इस दिन 5 महा संयोग, 3 महा मुहूर्त और 8 महा उपाय। पूजन, हवन और क्या पूज के लिए सबसे सही है यह समय।
 
दुर्गा अष्टमी 3 अक्टूबर 2022 सोमवार को-
 
अष्टमी तिथि प्रारम्भ- 02 अक्टूबर 2022 को शाम 06.47 पर।
अष्टमी तिथि समाप्त- 03 अक्टूबर 2022 को शाम 04.37 पर।
 
महाष्टमी के 5 महासंयोग | Maha ashtami ke 5 Maha Sanyog 2022:
 
- इस दिन चंद्रमा धनु राशि में और सूर्य कन्या राशि में विराजमान है। 
- सूर्य के साथ बुध ग्रह की युति बुधादित्य योग बना रही है।
- शनि और गुरु स्वयं की राशि में विराजमान होकर शुभ फल दे रहे हैं।
- शोभन योग दोपहर 02:21 तक रहेगा जो कि बहुत ही शुभ योग है।
- आज रवि योग भी रहेगा।
 
महाष्‍टमी पूजा के 3 महा मुहूर्त | Maha ashtami 2022 ka shubh muhurat
 
- अभिजीत मुहूर्त : दोपहर 12:04 से 12:51 तक।
- विजय मुहूर्त : दोपहर 02:27 से 03:14 तक।
- अमृत काल : शाम 07:54 से 09:25 तक।
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अष्टमी के 8 महा उपाय | Ashtami ke 8 shubh upay:
 
1. कन्या पूजन के बाद कन्या भोज कराएं।
 
2. सप्तशती के उत्तर चरित्र का पाठ करें।
 
3. संधि पूजा करें। संधि पूजा अष्टमी तिथि के समापन और नवमी के प्रारंभ के समय करते हैं।
 
4. देवी मंदिर में लाल रंग की ध्वजा अर्पित करें, चाहें तो मंदिर के गुंबद पर लगा सकते हैं।
 
5. इस दिन सुहागिन अम्बे माता का चांदी का सिक्का और अन्य श्रृंगार की सामग्री भेंट करें।
 
6. अष्टमी पर शनि का भी प्रभाव रहता है। इस दिन माता की अच्छे से आराधना करने से शनि के प्रभाव से माता रक्षा करती हैं।
 
7. अष्टमी के दिन माता के मंदिर में जाकर लाल चुनरी में मखाने, बताशे के साथ सिक्के मिलाकर देवी को अर्पित करें। इसके साथ ही देवी को मालपुए और खीर का भोग लगाएं।
 
8. अष्‍टमी के दिन हवन करना शुभ होता है।

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