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(गुप्त नवरात्रि प्रारंभ)
  • तिथि- माघ शुक्ल प्रतिपदा
  • शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
  • व्रत/मुहूर्त-गुप्त नवरात्रि प्रारंभ, गांधी पुण्य., कुष्ठ रोग नि.दि., गुप्त नवरात्रि
  • राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
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माघ गुप्त नवरात्रि पर जानें महत्व, विधि और 10 खास बातें

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हमें फॉलो करें माघ गुप्त नवरात्रि पर जानें महत्व, विधि और 10 खास बातें

WD Feature Desk

, गुरुवार, 30 जनवरी 2025 (10:59 IST)
Importance of Gupt Navratri: माघ मास की गुप्त नवरात्रि आज, 30 जनवरी 2025 से शुरू हो रही है। यह नवरात्रि माघ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होकर नवमी तिथि तक चलती है। यह समयावधि देवी शक्ति की उपासना का पर्व होने के कारण इस दौरान देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है। आइए जानते हैं यहां महत्व, सरल विधि और खास बातें...ALSO READ: माघ माह की गुप्त नवरात्रि में किस दिन करें कौनसी देवी की पूजा, जानिए 10 महाविद्याओं का रहस्य
 
गुप्त नवरात्रि का महत्व : यह नवरात्रि तंत्र-मंत्र और गुप्त सिद्धियों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण मानी जाती है। गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्याओं की पूजा की जाती है। गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की भी पूजा की जाती है। इस दौरान मां दुर्गा की पूजा अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा करने से सभी प्रकार के संकट दूर होते हैं। इस नवरात्रि में किए गए कार्यों से पुण्य की प्राप्ति होती है। यह नवरात्रि तांत्रिक सिद्धियों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। बता दें कि वर्षभर में 2 बार गुप्त नवरात्रि भी पड़ती हैं। एक माघ मास में गुप्त नवरात्रि और दूसरी आषाढ़ माह की के गुप्त नवरात्रि।ALSO READ: gupt navratri 2025: माघ गुप्त नवरात्रि में कौनसी साधना करना चाहिए?
 
गुप्त नवरात्रि सरल पूजा विधि :
- गुप्त नवरात्रि के दिन सुबह उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- पूजा स्थल को साफ करें।
- फिर मां दुर्गा की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
- मां दुर्गा को फूल, अक्षत, धूप, दीप आदि अर्पित करें।
- मां दुर्गा के मंत्रों का जाप करें।
- दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।
- अंत में आरती करें 
 
गुप्त नवरात्रि में क्या करें, क्या न करें:
1. इस दौरान सात्विक भोजन ग्रहण करें।
2. ब्रह्मचर्य का पालन करें।
3. क्रोध, लोभ और मोह से दूर रहें।
4. दिन में सोने से बचें।
5. रात में जागरण करें।
6. इस दौरान मांस, मदिरा और तामसिक भोजन का सेवन न करें।
7. किसी भी प्रकार का नशा न करें।
8. झूठ न बोलें और न ही किसी को धोखा दें।
9. किसी भी प्रकार की हिंसा न करें।
10. किसी को अपशब्द न कहें।ALSO READ: Gupta navaratri: माघ माह की गुप्त नवरात्रि कब से होगी प्रारंभ, क्या है इसका महत्व?
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।

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