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आज के शुभ मुहूर्त

(रुक्मिणी अष्टमी)
  • तिथि- पौष कृष्ण अष्टमी
  • शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
  • व्रत/मुहूर्त-रुक्मिणी अष्टमी, किसान दिवस
  • राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक
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शुभता, सफलता और शत्रुनाश के लिए नवरात्रि में जपें ये खास मंत्र

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पं. उमेश दीक्षित

हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी चैत्र न‍वरात्रि मार्च रविवार, 18 मार्च 2108 को प्रारंभ हो रही है। इस बार 8 दिवसीय नवरात्रि है। अत: अनुष्ठान में ध्यान रखें। सकाम या निष्काम साधना के लिए सबसे उपयुक्त समय है। समस्या निवारण के लिए प्रयोग निम्नांकित हैं-
 
1. सर्वबाधा दूर करने के लिए- श्वेतार्क गणेशजी के सामने लाल वस्त्रासन तथा मूंगे की माला से तथा लाल पुष्प, दुर्वा आदि से 'ॐ गं गणपतये नम:' रोज यथाशक्ति जपें। बाद में उपलब्‍ध सामग्री से हवन कर मूंगे की माला गले में धारण कर लें।
 
2. धन प्राप्ति के लिए- श्री लक्ष्मी यंत्र तथा श्री कुबेर यंत्र स्‍थापित कर पंचोपचार पूजन कर खीर का नैवेद्य लगाकर 1 माला 'ॐ विश्वेश्यराय नम:' तथा 11 माला 'ॐ श्री महालक्ष्म्यै नम:' की कमल गट्टे की माला से जप करें। पश्चात 1-1 माला नित्य करने से आर्थिक तंगी दूर होती है।
 
3. विद्या प्राप्ति के लिए- माता सरस्वती का चित्र तथा स्फटिक माला श्वेत वस्त्रासन 51 माला 'ॐ ऐं सरस्वस्वत्यै नम:' का जप करें।
 
4. वैवाहिक समस्या निवारण के लिए- 'ॐ क्लीं ह्रीं मातंग्ये फट् स्वाहा' दुर्गाजी का चित्र रखकर 21 माला रोज तथा बाद में 1 माला 21 दिन करें।
 
5. वैवाहिक समस्या के लिए- पुरुष निम्न मंत्र का जप करें- 'ॐ क्लीं कामदेवाय विद्महे पुष्ण बाणाय धीमहि तन्नो अनंग: प्रचोदयात्'। 1 माला रोज शिवजी का पूजन करें।
 
6. व्यवसाय वृद्धि के लिए- गौमूत्र, नमक, फिटकरी जल में मिलाकर पोंछा लगाएं तथा गुग्गल की धूप दें।
 
7. दक्षिणावर्ती शंख व एकाक्षी नारियल प्रतिष्ठा करवाकर स्थापित करें। वित्त समृद्धि बढ़ेगी।
 
8. काली हल्दी का टीका लगाकर व्यवहार करें, लाभ बढ़ेगा।
 
9. देवी कवच व अर्गला का नित्य पाठ सभी तरह से रक्षा कर उन्नति करता है।
 
10. हनुमान चालीसा के 108 पाठ नित्य कर आखिर में शुद्ध घी से हवन करें।
 
11. घर में तुलसी के पौधे में नित्य घी का दीपक लगाकर प्रार्थना करें तथा पीपल में जल चढ़ाकर तेल का दीपक लगाएं, सभी समस्याएं दूर होंगी।
 
12. बड़ी बाधा होने पर श्री बगलामुखी, काली, दुर्गा आदि का अनुष्ठान करवाएं। सुबह जल्दी उठें, स्नान कर सूर्य को अर्घ्य दें।
 
उपरोक्त सभी प्रयोग जीवन की सभी समस्याओं को दूर करते हैं। अत: जो बन सके, वही करें।

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