छत्तीसगढ़ से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आ रही है। दरअसल, छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में नक्सलियों ने शनिवार को आधा दर्जन वाहनों को आगे के हवाले कर दिया। खबरों के अनुसार नक्सलियों ने खनन कार्यों में लगे सात वाहनों में आग लगा दी। खबर तो यह भी सामने आ रही है कि नक्सलियों ने खनन कंपनी के सुपरवाइजर की भी हत्या कर दी है। हालांकि, इस बात को लेकर कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
नक्सलियों ने कर्मचारियों के साथ मारपीट की और 12 कर्मचारियों को बंधक बना लिया गया। कुछ देर के बाद नक्सलियों ने 10 कर्मचारियों को छोड़ दिया, जबकि 2 कर्मचारी अभी भी लापता हैं और उनकी तलाश जारी है। खदान के सुरक्षा बल के जवानों के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ भी हुई है।
नारायणपुर के पुलिस अधिकारी एसपी मोहित गर्ग ने बताया कि यह घटना छोटे डोंगर थाना क्षेत्र के आमदई खदान क्षेत्र की है। मोहित गर्ग ने आगे अपने बयान में कहा कि, जायसवाल नेको इंडस्ट्री लिमिटेड को आवंटित इस खदान में उत्पादन शुरू होना बाकि है और साइट पर प्री-माइनिंग ग्राउंड का काम चल रहा है। घटना की सूचना मिलते ही सुरक्षा बल मौके पर पहुंचे और उनके और विद्रोहियों के बीच फायरिंग शुरू हो गई।
खबरों के अनुसार शनिवार सुबह 9:30 बजे के करीब हथियारबंद नक्सलियों ने आमदई खदान पर हमला बोल दिया। नक्सलियों ने खदान में काम कर रहे सभी मजदूरों के मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए और बंधक बनाया। करीब घंटे भर बाद नक्सलियों ने मजदूरों के मोबाइल फोन लौटा दिए और उन्हें यहां वापस न आने की धमकी देते हुए रिहा कर दिया।