अमेरिका में रहने वाले वड़ोदरा के एक भौतिक विज्ञानी अमेरिका में भेदभाव का शिकार हो गए। करण जानी नाम के भारतीय मूल के इस वैज्ञानिक को गरबा कार्यक्रम से इसलिए बाहर कर दिया, क्योंकि उनका सरनेम हिन्दू धर्म से मेल नहीं खाता था।
करण जानी ने सोशल मीडिया फेसबुक और ट्विटर पर अपने साथ हुए भेदभाव की पूरी कहानी शेयर की है। करण जानी ने आरोप लगाया कि उन्हें अपने तीन दोस्तों के साथ गरबे के कार्यक्रम से बाहर कर दिया गया।
29 वर्षीय वैज्ञानिक करण जानी 2016 से अमेरिका में एक कंपनी में काम कर रहे हैं। करण ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर औऱ फेसबुक पर घटना के बारे में लिखा कि वे इस जगह पर पिछले छह सालों से गरबे में भाग ले रहे हैं। उन्हें कभी भी इस तरह की स्थिति का सामना नहीं करना पड़ा।
करण के मुताबिक, उन्होंने गुजराती आयोजनकर्ताओं से इस बारे में बात की है, लेकिन उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने इस घटना का एक वीडियो भी पोस्ट किया है। वीडियो के साथ करण ने लिखा है कि वर्ष 2018 और अमेरिका के अटलांटा का शक्ति मंदिर, यहां मुझे और मेरे तीन दोस्तों को गरबे में भाग लेने से यह कारण बताकर मना कर दिया गया कि हम हिन्दू की तरह नहीं दिखते हैं। हमारी आईडी में जो नाम है वह हिन्दू की तरह नहीं है।
जानी के मुताबिक, जब उन्होंने मंदिर के वालेंटियर को अपना आईडी कार्ड दिखाया तो उसने कहा कि आपके कार्ड पर लिखा सरनेम हिन्दू सरनेम से मेल नहीं खाता है। जानी का कहना है कि उन्हें कभी भी इस तरह के भेदभाव का सामना नहीं करना पड़ा, जबकि वे पिछले 12 सालों से यहां पर हैं।