मिलवाकी। खानपान की गड़बड़ी से राहत पाने के बाद उत्तरपश्चिमी यूनिवर्सिटी वीयनबर्ग कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज की जूनियर दिव्या श्रीधर ने मानसिक बीमारियों से संघर्ष कर रहे भारतीय अमेरिकियों की मदद के लिए एक ग्रुप बनाया।
श्रीधर ने अपने करीबी सहयोगी गुट को पांच अन्य सहयोगियों के साथ इस वर्ष के अंत तक शुरू करने का फैसला किया। उन्होंने सामाजिक न्याय संगठन को 'आई एम शक्ति' का नाम दिया है। श्रीधर द्वारा स्थापित इस ग्रुप से नए छात्र श्याम मणि, जूनियर ऐश्वर्य चेनजी, पहली वर्ष के छात्र अर्चित भास्करन और मोहन रवि तथा यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कोंसिन की जूनियर रागेश्री कोमनपुर जुड़े हैं।
यूनिवर्सिटी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, ये लोग जरूरतमंदों से बातचीत कर मानसिक बीमारियों का सामना करने वाले छात्रों को सहायता उपलब्ध कराएंगे। ग्रुप का कहना है कि ' हमारा उद्देश्य मानसिक बीमारियों से उबर रहे भारतीय अमेरिकियों के साथ मिलकर उनकी मुसीबतों को दूर करने का प्रयास करेंगे।
भारतीय अमेरिकी दो अलग-अलग सांस्कृतिक पृष्ठभूमियों से आते हैं और बहुत से ऐसे होते हैं जोकि सांस्कृतिक तौर पर सम्पन्न पृष्ठभूमि से आते हैं और उनका कहना है कि एक अमेरिकी के तौर पर समुदाय में फलने फूलने के लिए अपनी पहचान को बेहतर बनाने के लिए अपनी अलग संस्कृति को बनाए रखने के साथ-साथ पर्याप्त अमेरिकी बनने का प्रयास करें।
एक लम्बे समय के दौरान उम्मीद की जाती है कि यह ग्रुप एक नेशनल सोशल जस्टिस आंदोलन का रूप लेगा।