सैन फ्रांसिस्को, कैलिफोर्निया। घरेलू हिंसा की एक दशक तक शिकार रही एप्पल की पूर्व इंजीनियर नेहा रस्तोगी यहां 19 सितंबर को अपना दिल खोलकर रख दिया। उन्होंने अपना दुख पहली बार साझा किया है।
इस कार्यक्रम को फ्यूचर्स विदाउट वायोलेंस ने आयोजित किया था जोकि सैन फ्रांसिस्को स्थित एक गैर- लाभकारी संगठन है जोकि महिलाओं, बच्चों और परिवारों के खिलाफ घरेलू हिंसा को समाप्त करने के लिए नए-नए तरीके अपनाता है। अपने भावुक भाषण में रस्तोगी ने कहा कि वे इस आंदोलन का हिस्सा बनकर गर्व महसूस कर रही हैं।
विदित हो कि इंडिया-वेस्ट डॉट कॉम ने रस्तोगी के बारे में जानकारी दी थी। अब वे वालमार्ट लैब्स में एक प्रोडक्ट मैनेजर के तौर पर काम कर रही हैं। उन्होंने अपने पति अभिषेक गट्टानी के खिलाफ आरोप लगाए थे कि उन्होंने एक दशक तक उनके साथ बहुत बुरा वर्ताव किया। भारतीय-अमेरिकी अभिषेक क्यूबरोन के सीईओ हैं।
अपने कोर्ट में दिए बयान में रस्तोगी ने लिखा कि ' एक दशक के दौरान उसने मुझे कई बार मारा। प्रत्येक घटना के बाद मेरे चेहरे, हाथों, सिर, पेट पर मारा और गालियां देने के साथ मेरे बाल भी खीचें। उसने मुझे कुतिया, वेश्या और न जाने क्या-क्या कहा। और यह सब अपनी भाषा में कहा गया था।'
उन्होंने कहा कि शादी के अंतिम चार वर्षों के दौरान उसने मेरे दिमाग में यह बात बिठा दी कि मैं उसकी बदनामी का कारण हूं। और अगर वह मेरे स्थान पर होता तो आत्महत्या कर लेता। वह नेहा को आत्महत्या करने के लिए भी उकसाता था।
गट्टानी ने सांता क्लारा काउंटी के डिस्ट्रिक्ट अटार्नी के साथ सौदे में कहा कि वह 30 दिन जेल में बिताने के लिए तैयार है। बाद में उसने सांता क्लारा काउंटी सुपीरियर कोर्ट जज ने 15 जून को केवल 13 दिन जेल में बिताने की अनुमति दी। उसे अपनी जेल अवधि की शुरुआत 16 जून से करनी थी। उसे यह आदेश भी दिया गया था कि वह पांच माह तक सामुदायिक सेवा करेगा और एक 53 हफ्तों का एंगर मैनेजमेंट प्रोग्राम भी करेगा। उसको अल्कोहल के दुरुपयोग करने पर 500 डॉलर का भी जुर्माना देना पड़ा।