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लॉकडाउन में अप्रैल फूल बनाना कहीं भारी ना पड़ जाए, जानिए खास 5 बातें

हमें फॉलो करें लॉकडाउन में अप्रैल फूल बनाना कहीं भारी ना पड़ जाए, जानिए खास 5 बातें

अनिरुद्ध जोशी

, मंगलवार, 31 मार्च 2020 (15:31 IST)
प्रत्येक वर्ष 1 अप्रैल को लोग अप्रैल फूल (ऑल फ़ूल्स डे) मनाते या कहें कि बनाते हैं। लेकिन अप्रैल फूल मनाने से कहीं आपको लेने के देने नहीं पड़ जाए इसलिए जान लें ये 5 खास बातें।
 
 
1.प्रैंक खेलना : कई लोग हो सकता है कि अप्रैल फूल के नाम पर प्रैंक बनाने का कार्य करें, लेकिन इस संबंध में साइबर क्राइम के तहत और यूं भी आप पर एफआईआर दर्ज हो सकती है। फिलहाल ये आदेश मुंबई के लिए है, लेकिन यदि किसी व्यक्ति को आपके प्रैंक से परेशानी हुई है तो वह आप पर केस करने के लिए स्वतंत्र है।

 
2.अफवाह ना फैलाएं : कोरोना वायरस के चलते 21 दिन का लॉकडाउन है ऐसे में यदि आप अप्रैल फूल के माध्यम से सोशल मीडिया आदि प्लेटफार्म पर किसी भी प्रकार की अफवाह फैलाएंगे तो साइबर क्राइम के तहत आपको गिरफ्तार किया जा सकता है। अगर अप्रैल फूल के नाम पर कोई भी गलत जानकारी फैलाई तो भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
 
 
3.किसी को हर्ट ना करें : अप्रैल फूल के माध्यम से आप किसी को ऐसी झूठी सूचना न दें जिसके चलते वह भावुक हो जाए या कोई ऐसा कृत्य न करें जो उसे शर्मिंदा करता हो। हो सकता है कि कोई व्यक्ति संवेदनशील हो और वह आपकी बातों को सीरियसली लेकर तनाव में चला जाए।

 
4.जिसे नहीं जानते हैं उसे न बनाएं अप्रैल फूल : आप जिसे नहीं जानते हैं या जिससे आपकी ज्यादा जान-पहचान नहीं है आप उसे अप्रैल फूल बनाने की गलती न करें। हो सकता है कि उस व्यक्ति को मजाक पसंद ना हो या वह मजाक समझता न हो। ऐसे में आप मुसीबत में पड़ सकते हैं।

 
5.गलत सूचना न दें : कई ऐसे लोग हैं जो कि नेटवर्क मार्केंटिंग से जुड़े हैं या वे बड़े ऑफर का लालच देकर आपको जाल में फंसाने का सोच रहे हों तो ऐसे लोगों से सतर्क रहें। आप भी किसी भी व्यक्ति को किसी भी प्रकार की झूठी सूचना न दें। गंभीर किस्मी की झूठी सूचना देकर किसी को उल्लू बनाना उचित नहीं है।

 
इस दिन आप हल्का फुल्का माजाक कर सकते हैं जिससे लोग आहत न हो बल्कि हंसना-हंसाना हो। कुछ क्षणों की बेवकूफियों का उद्देश्य किसी को आहत करना नहीं, बल्कि हंसना-हंसाना होता है।

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