श्रावण मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज कहा जाता है जो उत्तर भारत का एक प्रमुख त्योहार है। इसे श्रावणी तीज भी कहते हैं। आओ जानते हैं इसके बारे में पांच खास बातें।
1. श्रावण माह में प्रकृति में हरियाली छाई रहती है। चारों तरफ हरियाली होने के कारण इसे हरियाली तीज कहते हैं। इस दिन सुबह उठकर स्नानादि से निवृत्त होकर मन 'उमामहेश्वरसायुज्य सिद्धये हरितालिका व्रतमहं करिष्ये' मंत्र का जाप करने के बाद व्रत का संकल्प लिया जाता है।
2. हरियाली तीज श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तीज को आती है जबकि भाद्रपद कृष्ण तीज को कजली तीज और भाद्रपद शुक्ल तीज को हरितालिका तीज का व्रत रखा जाता है। हरितालिका तीज 21 अगस्त को है।
3. हरियाली तीज का उत्सव प्रमुख रूप से महिलाओं के लिए होता है। इस मौके पर महिलाएं झूला झूलती हैं, गाती हैं और खुशियां मनाती हैं जबकि सुहागन स्त्रियां इस दिन व्रत रखती हैं।
4. आस्था, सौंदर्य और प्रेम का यह त्योहार भगवान शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन की याद में मनाया जाता है।
5. हरियाली तीज 23 जुलाई 2020 को शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि गुरुवार को मनाया जाएगा। तृतीया तिथि प्रारंभ - 19:21 बजे (22 जुलाई 2020 ) से तृतीया तिथि समाप्त - 17:02 बजे (23 जुलाई 2020 ) तक रहेगी।