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जया पार्वती व्रत कब से कब तक रखा जाएगा, जानें इसका महत्व

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WD Feature Desk

, शुक्रवार, 28 जून 2024 (15:30 IST)
Highlights : 
 
* जया पार्वती व्रत कब है।   
* जया पार्वती व्रत का महत्व।  
* आषाढ़ शुक्ल त्रयोदशी पर कौनसा व्रत किया जाता है।  

Jaya Parvati Fast 2024 : प्रतिवर्ष आषाढ़ मास में जया-पार्वती व्रत किया जाता हैं। यह व्रत हर साल आषाढ़ शुक्ल त्रयोदशी के दिन रखा जाता है, जिसे जया-पार्वती व्रत अथवा विजया-पार्वती व्रत के नाम से जाना जाता है।
 
कब से कब तक रखा जाएगा व्रत : 
 
वर्ष 2024 में जया-पार्वती व्रत 19 जुलाई, दिन शुक्रवार को रखा जाएगा और इस व्रत में गौरी व्रत की शुरुआत बुधवार, 17 जुलाई 2024 को होगी और 19 जुलाई को व्रत की समाप्ति होगी।  
 
जया पार्वती व्रत शुक्रवार, 19 जुलाई 2024 के मुहूर्त : 
 
आषाढ़ शुक्ल त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ- 18 जुलाई 2024 को रात्रि 08:44 मिनट से।  
त्रयोदशी तिथि की समाप्ति - 19 जुलाई 2024 को शाम 07:41 मिनट पर।  
 
जया-पार्वती प्रदोष पूजा का शुभ मुहूर्त- 19 जुलाई को शाम 07:19 मिनट से 09:23 मिनट तक।  
कुल अवधि - 02 घंटे 03 मिनट्स
जया पार्वती व्रत बुधवार का समापन 24 जुलाई 2024 को।  
 
महत्व : जया-पार्वती व्रत विशेषकर मालवा क्षेत्र का लोकप्रिय पर्व है, इस व्रत से माता पार्वती को प्रसन्न किया जाता है। यह व्रत बहुत हद तक हरतालिका, मंगला गौरी, गणगौर और सौभाग्य सुंदरी व्रत की तरह ही कहा जा सकता है। इसे एक दिन और कहीं-कहीं 5 दिनों तक मनाया जाता है। इसमें बालू रेत का हाथी बना कर उन पर 5 प्रकार के फल, पुष्प और भोग/ प्रसाद चढ़ाया जाता हैं और इस व्रत में एक समय बिना नमक का ज्वार से बना भोजन ही किया जाता है। 
 
धार्मिक पुराणों के अनुसार इस व्रत का रहस्य भगवान श्रीविष्णु ने माता लक्ष्मी को बताया था।  मान्यता नुसार यह व्रत महिलाओं द्वारा किया जाने वाला व्रत हैं तथा इस व्रत को करने से अखंड सौभाग्यवती होने का वरदान स्त्रियों को प्राप्त होता है। ऐसा इस व्रत का विशेष महत्व हैं।  
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।

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