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Khatu shyam ji Mela 2021 : खाटू श्याम मेले से जुड़ी रोचक जानकारी

हमें फॉलो करें Khatu shyam ji Mela 2021 : खाटू श्याम मेले से जुड़ी रोचक जानकारी

अनिरुद्ध जोशी

, बुधवार, 24 मार्च 2021 (16:00 IST)
भीम के पुत्र घटोत्कच और घटोत्कच के पुत्र बर्बरिक थे। बर्बरीक को ही बाबा खाटू श्याम कहते हैं। बर्बरीक दुनिया का सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर थे। बर्बरीक के लिए तीन बाण ही काफी थे जिसके बल पर वे कौरवों और पांडवों की पूरी सेना को समाप्त कर सकते थे। इसी से चिंतित होकर श्रीकृष्ण ने दान में उनसे उनका शीश मांग लिया था। बर्बरीक भी वचन के पक्के थे उन्हें शीश दान दे दिया। यह देखकर श्रीकृष्ण ने कहा कि कलियुग में तुम मेरे नाम से पूजे जाओगे। आज बर्बरीक को खाटू श्याम के नाम से पूजा जाता है। जहां कृष्ण ने उसका शीश रखा था उस स्थान का नाम खाटू है। आओ जानते हैं खाटू श्याम मेले की रोचक बातें।
 
 
1. खाटू श्याम अर्थात मां सैव्यम पराजित:। अर्थात जो हारे हुए और निराश लोगों को संबल प्रदान करता है। राजस्थान के शेखावाटी के सीकर जिले में स्थित है परमधाम खाटू। यहां विराजित हैं भगवान श्रीकृष्ण के कलयुगी अवतार खाटू श्यामजी। श्याम बाबा की महिमा का बखान करने वाले भक्त राजस्थान या भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया के कोने-कोने में मौजूद हैं।
 
2. खाटू का श्याम मंदिर बहुत ही प्राचीन है, लेकिन वर्तमान मं‍दिर की आधारशिला सन 1720 में रखी गई थी। इतिहासकार पंडित झाबरमल्ल शर्मा के मुताबिक सन 1679 में औरंगजेब की सेना ने इस मंदिर को नष्ट कर दिया था। मंदिर की रक्षा के लिए उस समय अनेक राजपूतों ने अपना प्राणोत्सर्ग किया था।
 
3. इसी मंदिर परिसर में लगता है बाबा खाटू श्याम का प्रसिद्ध मेला। 19 मार्च 2021 से शुरू होने वाला मेला 26 मार्च 2021 तक चलेगा। हिन्दू मास फाल्गुन माह शुक्ल षष्ठी से बारस तक यह मेला चलता है। ग्यारस के दिन मेले का खास दिन रहता है। 
 
4. राजस्थान के सीकर जिले के खाटूधाम में भरने वाले बाबा श्याम के इस वार्षिक मेले में तकरीबन 30-40 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। परंतु कोरोना के कारण इस बार असमंजस की स्थिति है।
 
5. हर जगह से श्रद्धालु खाटू नगरी में बाबा के दर्शन के लिए आते हैं जिनमें कुछ श्रद्धालु रिंगस से पदयात्रा के सात निशान यात्रा करते हुए बाबा के धाम पहुंचते हैं। निशान यात्रा करते समय भक्तगण बाबा खाटूश्याम जी का ध्वजा/नारियल के साथ-साथ बाबा जी की झांकी भी निकालते हैं।
 
6. कोरोना के चलते बाबा के दर्शनों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। यात्रा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य है। सभी श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान हर वक्त मास्क पहनना जरूरी है। अपने साथ हमेशा हैंड सैनिटाइजर रखें। संपूर्ण मेला क्षेत्र 24 घंटे सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रहता है।
 
7. यदि आप अपने निजी वाहन से यात्रा करके यहां पहुंच रहे हैं तो तोरण द्वार के पास पार्किंग की व्यवस्था है। जहां तक संभव हो सके आप अपना वाहन रींगस में ही पार्क करे दें ताकि आपको किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। यदि आप अपने परिवार सहित खाटूधाम आते हैं तो बच्चों का विशेष ध्यान दें। उनके जेब में नाम, पता व मोबाइल नम्बर की पर्ची जरूर रखें।
 
8. बाबाश्याम के दरबार में किसी भी प्रकार की वीआईपी व्य‍वस्था नहीं है। सभी को लाइन में लगकर दर्शन लाभ लेना होते हैं।
  
9. बाबा श्याम के दर्शन को खाटूधाम आने के सड़क, रेल और वायु मार्ग है। जयपुर के सांगानेर एयरपोर्ट से देश सहित विदेशों की उड़ाने हैं। जहां से 100 किमी दूरी से टेक्सी के जरिए आया जा सकता है। वहीं जयपुर, रींगस और सीकर रेल मार्ग से जुड़े हुए हैं। दिल्ली से सड़क मार्ग से गुडग़ाव, कोटपूतली, नीमकाथाना, श्रीमाधोपुर से रींगस होते हुए बस व कार से खाटू आया जा सकता है।
 
10. यात्रीगण मेले में व्यवस्था बनाए रखें। धर्मशाला, होटलों में बिना पहचान पत्र के यात्रियों को नहीं रखा जा सकेगा। मेले के दौरान डीजे, साउण्ड सिस्टम पर प्रतिबंध रहेगा। हारे का सहारा खाटू श्याम हमारा। 

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