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Mahakumbh 2025: त्रिग्रही योग में प्रयागराज महाकुंभ का अंतिम स्नान, जानिए अब तक की खास 4 बातें

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WD Feature Desk

, मंगलवार, 25 फ़रवरी 2025 (11:44 IST)
Prayagraj Kumbh Mela 2025: प्रयागराज महाकुंभ में महाशिवरात्रि के दिन का अंतिम अमृत स्नान होगा जो 26 फरवरी 2025 बुधवार के दिन रहेगा। इस दिन त्रिग्रही योग सहित 5 शुभ योग रहेंगे। अंतिम स्नान के दिन इस शुभ मुहूर्त में स्नान कर सकते हैं। घर पर स्नान करने के लिए पानी में गंगा जल मिलाकर भी स्नान कर सकते हैं।
 
महाशिवरात्रि पर 5 महासंयोग:-
1. महाशिवरात्रि: इस दिन महाशिवरात्रि है जोकि अपने आप में ही एक बड़ा संयोग और शुभ दिन है।
2. अमृत काल: इस दिन सुबह 07:28 से 09:00 बजे तक अमृत काल रहेगा। ब्रह्म मुहूर्त का स्नान प्रात: 05:09 से 05:59 के बीच होगा।
3. श्रवण नक्षत्र: इस दिन चतुर्दशी, बुधवार और श्रवण नक्षत्र का योग संयोग भी है। चतुर्थी के देवता शिव, बुधवार के देवता गणेश और श्रवण नक्षत्र के देवता विष्णु हैं।
4. छत्र योग: इस दिन सबसे दुर्लभ शुभ योग छत्र योग रहेगा। यानी चतुर्थ से दशम भाव के बीच सभी ग्रह रहेंगे।
5. त्रिग्रही योग: इस दिन सूर्य, बुध और शनि का विशेष त्रिग्रही योग बनेगा। इस योग में बुधादित्य का योग सफलता और समृद्धि का प्रतीक है।
 
1. वर्ल्ड रिकॉर्ड : 60 करोड़ से अधिक लोगों द्वारा एक ही नदी में सीमित समय में स्नान करना अपने आप में ही एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है। 14 फरवरी को 15 हजार सफाईकर्मी 10 किलोमीटर के संगम क्षेत्र की एक साथ सफाई करके वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। उल्लेखनीय है कि विश्‍व में इतने बड़े पैमाने पर और इतने लोगों द्वारा कभी सफाई नहीं की गई। इससे पहले कुंभ 2019 में भी 10 हजार सफाई कर्मचारियों ने एक साथ झाड़ू लगाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया था। 6 फरवरी को त्रिवेणी मार्ग पर ई-रिक्शा की सबसे लंबी परेड ने एक नया रिकॉर्ड बनाया। 15 फरवरी को 300 कर्मचारियों ने नदी की सफाई का अभियान चलाकर रिकॉर्ड बनाया। 17 फरवरी को सिंगल ईवेंट में 10 हजार लोगों से हैंडप्रिंट्स लिए। महाकुंभ मेले में स्थापित डिजिटल खोया-पाया केंद्रों ने 20,000 से अधिक बिछड़े लोगों को उनके प्रियजनों से मिलाने में मदद की है। महाकुंभ में अपने तरह का यह एक वर्ल्ड रिकॉर्ड था। 
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3. सोशल मीडिया वायरल: महाकुंभ में रुद्राक्ष की माला बेचने वाली इंदौर के पास महेश्वर की लड़की मोनालिसा भोसले अपनी सुंदरता और खूबसूरत आंखों के कारण कुंभ की वायरल गर्ल बन गई। फेमस होने के बाद अब उसे एक फिल्म मिल गई है। मोनालिसा को निर्देशक सनोज मिश्रा ने अपनी फिल्म 'द डायरी ऑफ मणिपुर' के लिए कास्ट कर लिया है। इसके अलावा महाकुंभ में IIT बाबा के नाम से मशहूर हुए अभयसिंह के कुंभ में आने के बाद वीडियो खूब वायरल हुए। बाद में ये अपने बयानों को लेकर विवादों में घिर गए। बाबा के अलावा कुंभ में एक ऐसी साध्वी आई हैं जिनकी खूबसूरती सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई। इसका नाम है हर्षा रिछारिया। खुद को आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी श्री कैलाशानंदगिरिजी महाराज निरंजनी अखाड़ा की शिष्या बताती हैं। हालांकि, बाद में उनके बारे में कई विवाद भी सामने आए। इसके अलावा कई अजीबोगरीब बाबाओं के वीडियो भी खूब वायरल हुए।
 
3. विदेशी भक्त: महाकुंभ में हर साल बड़ी संख्या में विदेशी श्रद्धालु आते हैं। साल 2025 के महाकुंभ में भी दुनिया भर से आए श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। इनमें युद्धग्रस्त देशों के लोग भी शामिल थे। इसी के साथ ही इस कुंभ में विदेशी हिंदू भी शामिल हुए। यानी ऐसे हिंदू जिन्होंने सनातन धर्म से प्रभावित होकर इस धर्म को अपना लिया है। बेल्जियम की कैथरीन गिल्डेमिन ने बताया कि सनातन धर्म से जुड़ने के बाद उन्हें एक नई दिशा मिली। इसके अलावा यूक्रेन, रशिया, इटली, आयरलैंड, फ्रांस, अमेरिका, कनाडा, जर्मन, कजाकिस्तान आदि कई जगहों के लोगों ने कुंभ में भाग लिया। जगद्गुरु साईं मां लक्ष्मी देवी के सानिध्य में इस महाकुंभ के दौरान 200 से ज़्यादा विदेशियों ने दीक्षा ली। इसके अलावा इस्कॉन के विदेशी भक्तों ने भी कुंभ में डुबकी लगाई। 
 
एपल के सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल भी अमेरिका से कुंभ पहुंची और उन्होंने कहा कि मैं आत्मशुद्धि के लिए आई हूं। पॉवेल सनातन धर्म का पालन करती हैं। ब्राजील से आए फ्रांसिस्को को मोक्ष की तलाश है। संगम में डुबकी लगाते हुए वह कहते हैं- मोक्ष की खोज कर रहा हूं। भारत दुनिया का आध्यात्मिक हृदय है। साउथ अफ्रीका से आई निक्की आस्था का सैलाब देखकर कहती हैं- यकीन करना मुश्किल है। रूस की श्रद्धालु ने कहा- मैं अचंभित हूं। यहां अद्भुत शक्ति है।
 
4. गजब व्यवस्था: 04 हजार हेक्टेयर करीब क्षेत्रफल में बसाया गया है महाकुंभ मेला। 25 सेक्टर में फैला पूरा मेला क्षेत्र, 30 पांटून पुलों निर्माण किया गया। महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने और उन्हें सुविधा प्रदान करने के लिए बड़े पैमाने की व्यवस्था की गई। यूपी सरकार ने महाकुंभ मेला ऐप, एआई चैटबॉट, क्यूआर कोड से जानकारी और डिजिटल खोया-पाया केंद्र जैसी डिजिटल सेवाओं को प्रदान किया। हजारों सफाईकर्मियों ने कहीं भी कचरा नहीं होने दिया। 08 हजार बसें और तीन हजार विशेष ट्रेनें चलाई गई। 20 अस्थायी थाने, 68 पुलिस चौकी, 82 अग्निशमन केंद्र भी बने। 07 लाख वाहनों की क्षमता वाले 112 पार्किंग स्थल। 2750 सीसीटीवी कैमरे से महाकुंभ मेला की निगरानी, दो कमांड सेंटर। 14 हजार होमगार्ड के जवान और हजारों पुलिसकर्मी तैनात किए गए। महाकुंभ में स्नानार्थियों के लिए 12 किलोमीटर का घाट तैयार कराया गया। कुल 44 स्नान घाट विकसित किए गए।  इसके अलावा मेला क्षेत्र में सभी रैन बसेरों में 25 हजार बेड की व्यवस्था की गई है। सैंकड़ों जगहों पर नि:शुल्क भोजन व्यवस्‍था की गई। मेले में 10 लाख लोगों के रुकने की व्यवस्था की गई है। इनमें फ्री और पेड दोनों तरह की व्यवस्था थी। इसके आसपास 2000 कैंप की टेंट सिटी बनाई गई है। 

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