Prayagraj Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में संगम तट पर 29 जनवरी को देर रात मची भगदड़ के कारण मेला प्रशासन ने व्यवस्थाओं में बदलाव किया है। भारी भीड़ को देखते हुए प्रयागराज में एंट्री करने वाले 8 पॉइंट-भदोही, चित्रकूट, कौशांबी, फतेहपुर, प्रतापगढ़, जौनपुर, मिर्जापुर बॉर्डर को बंद कर दिया गया है। महाकुंभ स्थल से जुड़े कई जिलों में लंबे-लंबे जाम दिखाई दे रहे हैं। इसके चलते मौनी अमावस्या पर कुंभ स्नान की उम्मीद लेकर घर से रवाना हुए कई लोग तो प्रयागराज तक ही नहीं पहुंच पाए।
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इसके साथ ही पूरे मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया है। सभी व्हीकल पास रद्द कर दिए गए हैं। यानी मेले में एक भी गाड़ी नहीं चलेगी। संगम तक जाने वाले रास्ते को वन-वे कर दिया गया है। एक रास्ते से आए श्रद्धालुओं को स्नान के बाद दूसरे रास्ते से भेजा जा रहा है। महाकुंभ जिले में चार पहिया वाहनों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है। मेला क्षेत्र में यह व्यवस्था 4 फरवरी तक लागू रहेगी। सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए 60 हजार से ज्यादा जवान तैनात किए गए हैं। महाकुंभ में बुधवार देर रात तक 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने का अनुमान है।
कहां-कहां लगा जाम : मौनी अमावस्या में बढ़ी भीड़ के कारण प्रयागराज के आसपास कई जिलों में लंबा जाम लग गया। भदोही में वाराणसी बॉर्डर पर 20 किमी लंबा जाम लग गया, वहीं चित्रकूट बॉर्डर पर 10 किमी लंबे जाम में लोग फंस गए। कौशांबी बॉर्डर पर सड़क से पार्किंग तक 50 हजार से ज्यादा वाहन रोके गए। फतेहपुर-कानपुर बॉर्डर पर वाहनों की लंबी कतारें देखी गईं।
दरअसल, महाकुंभ में मौनी अमावस्या के शाही स्नान के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रयागराज पहुंचने की कोशिश की थी। बहुत से लोग तो जाम में फंसकर पहुंच भी नहीं पाए। प्रतापगढ़ बॉर्डर पर करीब 40 हजार वाहनों को रोक दिया गया, जौनपुर जिले के बदलापुर में पुलिस ने प्रयागराज जाने वाली सभी बसों को रोक दिया। मिर्जापुर बॉर्डर पर वाहनों की लंबी कतारें देखी गईं। रीवा बॉर्डर पर 50 हजार से ज्यादा वाहनों को रोक दिया गया।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala