कुंभ मेले में कुछ घंटों बाद बंसत पंचमी का अमृतस्नान शुरू हो जाएगा। बसंत पंचमी स्नान से पहले आज सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ प्रयागराज पहुंचे और पीड़ितों के दर्द पर मरहम लगाने का प्रयास किया। उन्होंने मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ वाले क्षेत्र संगमनोज पर जाकर निरीक्षण किया। साधु-संतों से बातचीत करते हुए अपने अभिभावक बताया। मुख्यमंत्री ने कुंभ मेले का हवाई सर्वेक्षण करते हुए व्यवस्थाओं को परखा। भगदड़ हादसे पर सस्ती राजनीति करने वाले नेताओं पर भी हमला बोला है।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ के बाद आज पहली बार प्रयागराज पहुंचे। संगमनोज में हुई भगदड़ के दौरान सरकारी आंकड़ों में 30 श्रृद्धालुओं की मौत हुई है जबकि 60 लोग घायल हुए हैं, जिनका अस्पताल में उपचार चल रहा है। सीएम योगी ने अस्पताल में जाकर भगदड़ में घायलों कख हालचाल पूछा। पीड़ितों से बातचीत में पूछा कि दवा मिल रही है, अकेले हैं या परिवार के साथ, परिवार मिलने आ रहा है या नहीं। सीएम ने उनसे कहा कि वे जल्दी स्वस्थ होकर घर जाएंगे।
सीएम योगी ने अपने प्रयागराज दौरे के दौरान कहा कि इस हादसे का कुछ पुण्यात्मा शिकार हो गई है। इस घड़ी में एक अभिभावक के रूप में साधु-संत, संन्यासी और अखाड़े हमारे साथ खड़े रहे। उन्होंने कहा कि जब किसी भी परिवार के ऊपर कोई विपत्ति आती है तो परिवार में अभिभावक धैर्य नहीं खोता, इसी तरह साधु-संत और संन्यासी पूरी हिम्मत के साथ खड़े होकर उस चुनौती के पलों का सामना करते हुए, उससे उबारने का काम किया है। सीएम ने बिना नाम लिए 29 जनवरी में भगदड़ में हुए हादसे को लेकर राजनीति कर रहें नेताओं को बिना नाम लिये करारा जबाव दिया है। जो हादसे पर राजनीति कर रहे हैं वे धर्म विरोधी है। ऐसे लोग चाहते हैं कि संतों का धैर्य-धीरज समाप्त हो जाए और उनकी जगहंसाई हो।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की। इस बैठक में उन्होंने लापरवाही बरतने वाले कुछ अधिकारियों की क्लास लगाई, वहीं दूसरी तरफ संकट के समय विवेक से काम लेते हुए बेहतर काम करने वाले अधिकारियों की पीठ थपथपाई। सीएम योगी ने पूज्य तुलसी पीठाधीश्वर, जूना पीठाधीश्वर सहित सभी 13 अखाड़ों का धन्यवाद ज्ञापित किया, जिन्होंने विषम स्थिति में उत्तरप्रदेश सरकार का पूरा सहयोग किया। Edited by : Sudhir Sharma