एक्शन में योगी सरकार, भगदड़ के एक दिन बाद क्या है प्रयागराज महाकुंभ में हाल?
प्रयागराज महाकुंभ मेले में भीड़ को नियंत्रित करने और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के प्रयास तेज, रद्द किए VIP पास, मेला क्षेत्र बना नो व्हीकल जोन
पुलिस अधीक्षक (यातायात) अंशुमान मिश्रा ने बताया कि मेले में भीड़ कम होने तक वाहनों की आवाजाही पर रोक रहेगी। इसके साथ ही जब तक भीड़ मेला क्षेत्र से बाहर नहीं निकल जाती, बाहर की गाड़ियों को शहर में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी, हालांकि उच्च स्तर पर अधिकारी स्थिति को देखकर वाहनों के प्रवेश की अनुमति दे सकते हैं। पुलिस प्रशासन, एंबुलेंस, सक्शन मशीन की गाड़ी आदि के प्रवेश को बनाए रखा जाएगा क्योंकि इनके बिना मेले का सुचारू संचालन नहीं हो सकेगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार भगदड़ की घटना की जांच के लिए आज यहां आने वाले हैं। 3 सदस्यीय न्यायिक आयोग भी हादसे की जांच करेगा। इस घटना में 30 लोगों की मृत्यु हो गई थी और 60 लोग घायल हो गए थे।
प्रदेश सरकार व्यवस्थाओं को और दुरुस्त करने के लिए कुंभ मेला 2019 में सेवाएं दे चुके वरिष्ठ अधिकारियों आशीष गोयल और भानु गोस्वामी को भी महाकुंभ मेले में तैनात करेगी। पिछले कुंभ के दौरान आशीष गोयल प्रयागराज के मंडलायुक्त थे, जबकि गोस्वामी प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष थे।
बुधवार को मौनी अमावस्या पर 7.64 करोड़ लोगों ने गंगा और संगम में डुबकी लगाई। यह किसी एक दिन डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं की सबसे अधिक संख्या है।
edited by : Nrapendra Gupta