West Bengal Governor CV Anand Bose News : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने गुरुवार को कुंभ मेले को ऐसा 'मुक्ति मेला' बताया, जिसने मनुष्य को ईश्वर से जोड़ने वाले 'इंद्रधनुषी पुल' का निर्माण किया। बोस ने कहा कि मैं इसे भारत की परंपरा और संस्कृति की उत्कृष्टता मानता हूं और जहां तक राजनीतिक बयानों का सवाल है, इस पर मुझे कोई टिप्पणी नहीं करनी है। उनका यह बयान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उस बयान के कुछ दिनों बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि भगदड़ की घटनाओं के कारण महाकुंभ 'मृत्यु कुंभ' में बदल गया है। उन्होंने दावा किया है कि अधिकारियों ने इस बड़े धार्मिक समागम में मरने वालों की वास्तविक संख्या को दबा दिया है।
बोस ने यहां राजभवन में कहा कि मैं किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहता। यह एक लोकतांत्रिक व्यवस्था है और मुख्यमंत्री को अपने राजनीतिक रुख के आधार पर किसी भी स्थिति का अपना विश्लेषण देने का अधिकार है। मैं लोकतंत्र की खूबसूरती के रूप में इसका स्वागत करता हूं।
उन्होंने कहा कि जहां तक मेरा सवाल है, मैं राज्यपाल के तौर पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। मैं वहां प्रक्रिया में एक विनम्र भागीदार के तौर पर गया था। बंगाल के राज्यपाल इस सप्ताह की शुरुआत में कुंभ मेले में पहुंचे थे और डुबकी लगाई थी। बोस ने कुंभ मेले को 'मुक्ति मेला' और 'मृत्युंजय मेला' बताया।
प्रयागराज में आयोजित समागम के बारे में बात करते हुए बोस ने कहा कि मैं कुंभ मेले को भारत की महान परंपरा की परिणति के रूप में देखता हूं। उन्होंने कहा कि कुंभ ईश्वर से मिलन का नाम है। आम लोग स्वेच्छा से वहां आए थे। लाखों लोग अपनी इच्छा से वहां आए थे क्योंकि वे वहां आना चाहते थे।
बोस ने कहा, मैं सोचता हूं कि यह एक इंद्रधनुषी पुल है जो धरती को आकाश से, मनुष्य को ईश्वर से, आंतरिक दुनिया को बाहरी दुनिया से जोड़ता है। बोस ने कहा कि मैं इसे भारत की परंपरा और संस्कृति की उत्कृष्टता मानता हूं और जहां तक राजनीतिक बयानों का सवाल है, इस पर मुझे कोई टिप्पणी नहीं करनी है।(भाषा)