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प्रयागराज महाकुंभ में हादसे से पीएम मोदी दुखी, जानिए क्या कहा?

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, बुधवार, 29 जनवरी 2025 (12:13 IST)
PM Modi on Prayagraj Stampede : प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान से पहले भगदड़ मचने से हड़कंप मच गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी महाकुंभ में हुए हादसे पर दुख जताया। पीएम सुबह से 4 बार उत्तरप्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात कर चुके हैं। वे इस मामले पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। ALSO READ: क्या VVIP कल्‍चर से मची भगदड़, महामंडलेश्वर प्रेमानंद पुरी ने लगाया आरोप, कई लोग भटके, मौके पर 100 एंबुलेंस
 
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हादसा अत्यंत दुखद है। इसमें जिन श्रद्धालुओं ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा हुआ है। इस सिलसिले में मैंने मुख्यमंत्री योगी जी से बातचीत की है और मैं लगातार राज्य सरकार के संपर्क में हूं।
 
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ है। रात में एक से दो बजे के बीच अखाड़ा मार्ग पर जहां से अमृत स्नान की दृष्टि से बैरिकेड्स लगाए गए थे, उन बैरिकेड्स को फांदकर आने में कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उपचार की व्यवस्था की गई है। उनमें से कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हैं। ALSO READ: महाकुंभ में भगदड़ से हाहाकार: धक्का मुक्की हो रही थी, बचने का मौका नहीं था, अस्पताल के बाहर रोती महिलाओं का दर्द
 
आधी रात के बाद लगभग दो बजे कुंभ मेला क्षेत्र में लाउडस्पीकर से गूंजते मंत्रों और श्लोकों के निरंतर उच्चारण के बीच, भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने के बाद संगम की ओर दौड़ती एम्बुलेंस और पुलिस वाहनों के तेज सायरन की आवाजें गूंज उठीं। घायलों को मेला क्षेत्र में बने केंद्रीय अस्पताल में ले जाया गया। कई घायलों के रिश्तेदार भी वहां पहुंचे, साथ ही कुछ वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी भी वहां पहुंचे।
 
मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान महाकुंभ का सर्वाधिक महत्वपूर्ण आयोजन होता है और इसमें करीब दस करोड़ लोगों के गंगा में डुबकी लगाने की संभावना है। इस वर्ष, 144 वर्षों के बाद 'त्रिवेणी योग' नामक एक दुर्लभ खगोलीय संयोग बन रहा है, जो इस दिन के आध्यात्मिक महत्व को और बढ़ा रहा है।
Edited by : Nrapendra Gupta 

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